तिरुवंनतपुरम: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बृहस्पतिवार को कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के प्रयत्नों और तपस्या से उसे जी20 देशों की अध्यक्षता मिलने के साथ वैश्विक नेता के रूप में उभरने में मदद मिली है. केरल की राजधानी में स्थित सेंट्रल स्टेडियम में गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि भारत केवल अपने अस्तित्व के लिए लड़ने के बजाय दुनिया को जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद तथा महामारियों जैसे वैश्विक मुद्दों से निपटने में मिलकर काम करने का मंत्र दे रहा है. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी भाग लिया.
उन्होंने अपने गणतंत्र दिवस संदेश में कहा कि भारत को संप्रभु, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य बनाये रखने तथा सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए संवैधानिक मूल्यों को कायम रखना आवश्यक है. विजयन ने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘सभी नागरिकों के लिए अभिव्यक्ति, आस्था, धर्म, समर्पण और उपासना की स्वतंत्रता का संरक्षण होना चाहिए. हमें लोगों की गरिमा तथा देश की एकता व अखंडता को सुनिश्चत करके अपने देश को लोकतंत्र का आदर्श स्थान बनाना चाहिए. इससे पहले राज्यपाल खान ने गणतंत्र दिवस समारोह में तिरंगा फहराने के बाद कहा, ‘‘एक राष्ट्र के रूप में हमारी कर्मठता और तपस्या के बहुत लाभ मिले हैं, जो हमारी मजबूती और दर्शन से भरपूर अनेक उपलब्धियों में दिखाई देते हैं और ये विभिन्न देशों के बीच हमारी प्रतिष्ठा को बढ़ा रहे हैं. खान ने कहा कि भारत में दुनिया की आबादी का करीब छठा हिस्सा वास करता है और वह ‘दुनिया के लघु रूप’ में खड़ा है, जहां विविधता है और साथ ही भारतीयता की भावना के साथ एकजुटता है. उन्होंने कहा, ‘‘यह एकता की चिरस्थायी और नवोन्मेषी भावना है जो 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' के संदेश में परिलक्षित होती है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 राष्ट्रों की अध्यक्षता संभालने पर घोषित किया है.’’
राज्यपाल ने कहा कि ‘आत्मनिर्भरता’ की भावना के साथ भारत अपने स्वास्थ्य ढांचे को उन्नत कर, दवाओं और टीकों का उत्पादन कर और उन्हें दुनिया के 220 करोड़ लोगों तक पहुंचाकर कोविड-19 महामारी से पूरी तत्परता के साथ उबरने में सक्षम रहा है. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता की भावना और केंद्र सरकार के आर्थिक सुधारों से देश को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में मदद मिली है. खान ने कहा कि स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत के नौसेना में शामिल होने और वायु सेना में प्रचंड हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों के शामिल होने के साथ भारत के सशस्त्र बल दुनिया के सबसे बड़े और सर्वश्रेष्ठ बल हैं. खान ने कहा, ‘‘अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाते हुए और रक्षा उपकरणों के शीर्ष 25 निर्यातकों में शामिल होते हुए भारत ‘आतंकवाद के लिए कोई धन नहीं’ की घोषणा करके वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ डटकर खड़ा है. राज्यपाल ने केरल सरकार द्वारा कृषि, पर्यावरण, आवास, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों पर ध्यान देते हुए ‘नव केरलम’ की दिशा में बढ़ने पर राज्य सरकार की भी प्रशंसा की. सोर्स- भाषा