जयपुर: सपना देखा था राजनिती की चकाचौंध में उतर कर जयपुर शहर की प्रथम नागरिक बनने का लेकिन सपने को हकीकत में बदलने के लिए जिस राह को चुना उस राह ने उसे पहुंचा दिया उसके अंजाम तक मैयर बनने का सपना देखने से लेकर गैंगस्टर से दोस्ती और फिर सलाखो के पीछे पहंचने की लेडीडॉन कीदिलचस्प कहानी.
चेहरे पर मासूमियत, आंखो में बडे सपने छिपाए इस युवती को ने अपने घर से बाहर कदम रखा तो सोचा था की राजनिती में उतर कर एक बडा नाम कमाते हुए जयपुर की महापौर बनकर अपनी पंचायत लगायेगी लेकिन इस सपने के आडे आई पैसे की तंगी फिर क्या था दिन रात एक ही सोच दिमाग में चलती रही की कैसे कमाया जाए पैसा और कैसे बना जाए मैयर लम्बे इंतजार के बाद आखिर इस खूबसूरत बला के शातिराना दिमाग को वो रास्ता दिखा. जिसके जरिए जल्द ही पैसे कमाकर वो अपना सपना पूरा कर सकती थी. सपना पूरा करने के लिए इस बला ने ना केवल गैंगस्टर से दोस्ती की बल्कि उससे नजदिकिया बढाकर भरोसा जीता.
फिर शुरू हुई खूबसूरत बला के शातिराना दिमाग में चल रही शातिर कहानी. पुलिस की गिरफ्त में आई यह युवती प्रताप नगर इलाके रहने वाली खुशी चेलानी है. खुशबू उर्फ खुखी चेलानी की इंस्टाग्राम पर पटियाला जेल में बंद एक गैंगस्टर रविन्द्र उर्फ काली शूटर से दोस्ती हुई थी. दोस्ती के तीन वर्षों बाद खुशी ने काली से अपने मन की बात कह डाली की उसे जयपुर का मैयर बनना है. और इसके लिए उसे कम से कम एक करोड रूपए की आवश्यकता होगी. तीन वर्ष की झूटी दोस्ती और झूटे प्यार में अंधे होकर लॉरेंस विश्वोई गैंग के सबसे शातिर शूटर रविन्द्र उर्फ काली ने उसके सपने को पूरा करने की हां कर दी और उसे कहा की जयपुर शहर के कोई नामी या अमीर आदमीयों का फोन नम्बर भेज दे. बाकी में देख लूंगा.
खुशबू उर्फ खुशी चेलानी काली शूटर की यह बात सुनकर अब निष्फिक्र हो गई. दरअसल खुशी सामाजिक कार्यो में बढचढ कर हिस्सा लेती थी और इसी दौरान एक रक्तदान शिविर में उसकी मुलाकात राजस्थान अस्पताल के मालिक श्याम सुन्दर अग्रवाल और ब्रेन टॉवर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के मालिक डाक्टर सुनित शाह से हुई थी. खुशी ने सोच लिया की दोनो डाक्टर काफी पैसे वाले है. ऐसे में उसने पटियाला जेल में बंद अपने इंस्टाग्राम के दोस्त काली शूटर को दोनो डॉक्टरों के मोबाइल नम्बर दे दिए. फिर क्या था अपने प्यार के सपने को पूरा करने के लिए काली शूटर ने अमेरिका और इंगलेड में बैठे अपनी गैंग के सदस्यों को फोन कर दोनो डॉक्टरो से पचास पचास लाख रूपए की रंगदारी मांगने की बात कह डाली. और काली शूटर का आदेश मानकर विदेश से दोनो डॉक्टरों के पास रंगदारी का फोन भी आ गया. उधर काली शूटर ने गैंग के सदस्य हनुमानगढ निवासी राहुल उर्फ मिनी पैट्रोल और हर्ष भादू को जयपुर पहुंचने का आदेश दिया. और कहा की पहले दोनो डाक्टरो की रैकी करे फिर उनसे सम्पर्क करे. अगर दोनो डॉक्टर पैसा देते है तो ठीक है नही तो दोनों पर फायर कर दे.
काली शूटर का आदेश मानकर राहुल उर्फ मिनी पैट्रोल और हर्ष भादू जयपुर आ गए और राजस्थान अस्पताल के पास एक होटल में ठहरकर दोनो डाक्टरों की रैकी करना शुरू कर दिया. उधर रंगदारी का फोन आने के बाद दोनो ही डॉक्टरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश विश्नोई ने तुरंत दोनो डॉक्टरों को सुरक्षा मुहैया करवाई और मामले की जांच शुरू कर दी. पुलिस ने कडी से कडी मिलाते हुए सबसे पहले राहुल उर्फ मिनी पैट्रोल और हर्ष भादू को उठाया. दोंनो से कडी पूछताछ में सामने आया की पटियाला जेल में बंद काली शूटर इस साजिश का मास्टर माइंड है. ऐसे में पुलिस ने तुरंत पटियाला जेल पहंच प्रोडक्शन वारंट पर काली को गिरफ्तार कर जयपुर ले आई. और जब काली से पूछताछ शुरू हुई तो कहानी की परते खुलने लगी और पुलिस ने खूशबू उर्फ खुशी चेलानी को भी गिरफ्तार कर लिया.
बहरहाल लेडी डॉन खुशी चेलानी के जो ख्वाईशें और सपने थे उन पर जयपुर पुलिस की तत्परता ने पानी तो फेर दिया लेकिन यह कार्रवाई उन लोगो के लिए भी मिसाल है जो जल्द ही उचाईयों को छूने के लिए अपराध की दुनिया की राह चुनते है.
... फर्स्ट इंडिया के लिए सत्यनारायण शर्मा की रिपोर्ट, जयपुर