जयपुर: राजस्थान सरकार के इस साल छात्रसंघ चुनाव रद्द करने के फैसले के विरोध में पानी की टंकी पर चढ़े दोनों छात्र नेता करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद नीचे उतरे. RLP सुप्रीमो हनुमान हनुमान बेनीवाल के ट्वीट के बाद छानों ने प्रशासन की बात मानी. नीचे उतारने के बाद दोनों ही छात्र नेताओं का मेडिकल चेकअप कराया गया.
ACP (कानून एवं व्यवस्था) कुंवर राष्ट्रदीप मौके पर मौजूद रहे. इस दौरान करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस की जान में जान आई. घंटों की समझाइश व RLP चीफ हनुमान बेनीवाल से हुई बातचीत के बाद छात्र नेता कमल चौधरी और विनोद भुदोली आखिर टंकी से उतरे.
इस पहले राजस्थान यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के दोनों छात्र नेताओं ने यूनिवर्सिटी प्रशासन और सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए फिर से छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग की. वहीं आज दोपहर बाद दोनों छात्र नेताओं की उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव से छात्र संघ चुनाव को लेकर बातचीत होगी.
8 नेताओं की तबीयत बिगड़ गई:
वहीं, दूसरी तरफ राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव फिर से कराने की मांग को लेकर 13 अगस्त की रात से 12 छात्र नेता भूख हड़ताल पर बैठे थे. इनमें से 8 नेताओं की तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें SMS अस्पताल ले जाया गया. ऐसे में 15 अगस्त की शाम तक 12 में से महज 4 नेता ही धरना स्थल पर रह गए.