जयपुर: राजस्थान के वित्त विभाग की नए कार्यों पर रोक के चलते जेडीए के छह सौ करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्य अटक गए हैं. किस काम के अटकने की क्या वजह रही. राजस्थान के वित्त विभाग की ओर से सभी विभागों और एजेंसियों के लिए 22 दिसंबर को एक आदेश जारी किया गया. इस आदेश के तहत अलग-अलग 3 वर्गों में शामिल पिछली कांग्रेस सरकार के समय स्वीकृत कार्यों पर रोक लगाई गई. आदेश के मुताबिक जिन कार्यों की निविदा नहीं जारी की गई, जिन कार्यों के लिए निविदा जारी कर दी गई, लेकिन कार्यादेश जारी नहीं किया गया और जिन कार्यों का कार्यादेश तो जारी कर दिया. लेकिन मौके पर काम शुरू नहीं हुए, ऐसे तीनों तरह के कार्यों पर आगामी निर्देशों तक रोक लगाई गई थी. इस आदेश में यह भी कहा गया है कि ऐसे सभी कार्य मुख्यमंत्री या संबंधित मंत्री की जानकारी में लाए जाएंगे और सक्षम स्वीकृति मिलने पर ही काम आगे जारी रखे जा सकेंगे. वित्त विभाग की इस रोक के दायरे में 604 करोड़ 16 लाख रुपए लागत के जेडीए के 89 काम आए हैं.
इस रोक के दायरे में प्रमुख तौर पर कौनसे है काम, जानिए वर्ग वार:
1- स्वीकृति मिली,लेकिन नहीं जारी की निविदा:
-इस वर्ग में 98.25 करोड़ रुपए की लागत के जेडीए के कुल 31 कार्य शामिल हैं
-इनमें प्रमुख तौर पर 24.44 करोड़ रुपए की लागत का सांगानेर इंडस्ट्रीयल एरिया से जुड़ा काम शामिल है
-इसमें पंपिंग स्टेशनों का निर्माण और पाइप लाइन डालने का काम शामिल है
-25 करोड़ रुपए की लागत से अचरोल में 50 बेड की क्षमता के सैटेलाइट हॉस्पिटल के निर्माण का कार्य
-7.41 करोड़ रुपए की लागत का स्टेच्यू सर्किल से चौमूं हाउस सर्किल तक सड़क विकास का कार्य,
-5.51 करोड़ रुपए की लागत का स्टेच्यू सर्किल के पुनर्विकास का कार्य
-4.99 करोड़ रुपए की लागत कनक घाटी से नाहरगढ़-जयगढ़ वाई जंक्शन और
-इस जंक्शन से नाहरगढ़ किले तक सड़क के नवीनीकरण का कार्य
-2.64 करोड़ रुपए की लागत से ग्राम चिरोटा वेयर हाउस में विभिन्न कार्य
-1.97 करोड़ रुपए की लागत से इस्कॉन मंदिर के नजदीक रोटरी के विकास
--2 करोड़ रुपए की लागत से जोन 1 में प्रमुख जंक्शनों पर मैस्टिक कार्य शामिल है
2- निविदा की आमंत्रित,कार्यादेश नही किए जारी:
-इस वर्ग में 346.93 करोड़ रुपए की लागत के जेडीए के कुल 50 कार्य शामिल हैं
-इनमें प्रमुख तौर पर 250 करोड़ रुपए की लागत से गजाधरपुरा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का अपग्रेडेशन कार्य शामिल है
-10 करोड़ रुपए की लागत से शहर के नए मास्टर प्लान को बनाने का कार्य
-8.06 करोड़ रुपए की लागत से मालवीय नगर आरओबी और जवाहर नाले से संबंधित कार्य
-19.81 करोड़ रुपए की लागत से लोहा मंडी योजना में विकास कार्य,
-7.41 करोड़ रुपए की लागत का स्टेच्यू सर्किल से चौमूं हाउस सर्किल तक सड़क विकास का कार्य
-4.85 करोड़ रुपए की लागत से रोड लाइट उपलब्ध कराने और लगाने का कार्य
-2.98 करोड़ रुपए की लागत से मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में 60 फीट व इससे अधिक चौड़ी सड़कों का नवीनीकरण कार्य
-1.73 करोड़ रुपए की लागत से श्याम नगर जनपथ पर सजावटी खंभे लगाने का कार्य शामिल है
-1.94 करोड़ रुपए की लागत से एनएच 11 सी पर एक हिस्से का सड़क निर्माण कार्य शामिल है
3- कार्यादेश किए जारी लेकिन काम नहीं हुए शुरू:
-इस वर्ग में 158.98 करोड़ रुपए की लागत के जेडीए के कुल 8 कार्य शामिल हैं
-इनमें 150.80 करोड़ रुपए की लागत से ओटीएस चौराहे पर फ्लाई ओवर निर्माण का कार्य शामिल है
-इस प्रोजेक्ट का कार्यादेश तो 27 दिसंबर 2022 को ही जारी कर दिया गया था
-लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय फ्लाई ओवर के डिजाइन का लेकर सवाल उठे थे
-इसी के चलते इस प्रोजेक्ट पर अघोषित रोक लगाई गई थी
-इसके अलावा 2.91 करोड़ रुपए की लागत से खोले के हनुमानजी से गुरूनानक सर्किल तक नाले का निर्माण कार्य
-जोन 6 स्थित श्री वैष्णव विहार में सड़क निर्माण कार्य,जोन 8 में सड़क निर्माण कार्य और
-जोन 11 में रिंग रोड के पास सड़क निर्माण कार्य, पृथ्वीराज नगर दक्षिण स्थित राजेन्द्र प्रसाद नगर में सड़क निर्माण शामिल है.