नई दिल्ली: टेप संकट में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह फंस गए है. सुप्रीम कोर्ट ऑडियो टेप की जांच करने के लिए तैयार है. टेप के मुताबिक बीरेन सिंह कथित तौर पर हिंसा में शामिल है. अब अदालत जांच करेगी मुख्यमंत्री ने ऐसा कहा था या नहीं.
पिछले साल मई में मैतेई-कुकी के बीच हिंसा भड़की थी. उसके बाद से अब तक 230 मौतें, 60 हजार लोग विस्थापित हो गए है. दोनों समुदायों में भीषण ध्रुवीकरण, तनाव अब भी जारी है. मुख्यमंत्री निवास में एक बैठक में बातचीत रिकॉर्ड की गई थी.
2023 के अंत में एक व्हिसलब्लोअर ने बातचीत रिकॉर्ड की थी. 48 मिनट से ज्यादा के टेप में मुख्यमंत्री के पक्षपात का खुलासा हुआ है. हिंसा में शामिल लोगों को बचाने की योजना, साथ ही बल प्रयोग की बात है. गृहमंत्री के अत्यधिक बल प्रयोग से बचने के आदेश की अवहेलना है,
उन्हें खुले तौर पर नहीं, चुपचाप बम का इस्तेमाल करने दो. बीरेन सिंह टेप में इस तरह हिंसा का समर्थन करते सुने गए हैं. सुरक्षा कारणों से टेप करने वाले व्हिसलब्लोअर का नाम गोपनीय है. कुकी ऑर्गनाइजेशन फॉर ह्युमन राइट्स ट्रस्ट ने मामला उठाया है.