नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता एवं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में पूछताछ के लिए रविवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के समक्ष पेश हुए. पूछताछ से पहले, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वह झूठे आरोपों को लेकर जेल जाने से भयभीत नहीं हैं. उन्होंने कहा कि जब मैंने एक पत्रकार के रूप में अपनी नौकरी छोड़ी थी, तब मेरी पत्नी ने मेरा साथ दिया और आज भी, मेरा परिवार मेरे साथ खड़ा है. अगर मुझे गिरफ्तार किया जाता है तो मेरे कार्यकर्ता मेरे परिवार की देखभाल करेंगे.
सिसोदिया ने कहा कि वह जांच में पूरा सहयोग करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘मेरे साथ लाखों बच्चों का प्यार है और करोड़ों देशवासी मेरे साथ हैं. यदि मुझे कुछ महीनों के लिए जेल भी जाना पड़ा तो मुझे परवाह नहीं है. हम भगत सिंह के अनुयायी हैं. भगत सिंह देश के लिए शहीद हुए थे. यदि मुझे इस तरह के झूठे आरोपों को लेकर जेल जाना पड़ा तो यह छोटी चीज होगी. सिसोदिया राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सीबीआई कार्यालय पहुंचे. पुलिस ने सीबीआई कार्यालय के पास प्रदर्शन करने को लेकर संजय सिंह और गोपाल राय सहित आप के कई नेताओं को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने बताया कि दक्षिण जिले में धारा 144 लगाई गई है. दिल्ली सरकार में, सिसोदिया के पास वित्त विभाग का प्रभार भी है. उन्हें मूल रूप से पिछले रविवार को तलब किया गया था, लेकिन बजट की तैयारियों का हवाला देते हुए उन्होंने इसे टालने का अनुरोध किया था. इसके बाद, सीबीआई ने उन्हें 26 फरवरी को पेश होने को कहा था.
सीबीआई की प्राथमिकी में आरोपी संख्या एक के रूप में जिक्र किये गये सिसोदिया से इससे पहले पिछले साल 17 अक्टूबर को पूछताछ की गई थी. इसके एक महीने बाद, पिछले साल 25 नवंबर को एजेंसी ने अपना आरोपपत्र दाखिल किया था. सीबीआई ने आरोपपत्र में सिसोदिया को नामजद नहीं किया था क्योंकि केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनके और अन्य संदिग्धों तथा आरोपियों के खिलाफ जांच खुली रखी थी. सिसोदिया से आबकारी नीति के विभिन्न पहलुओं, शराब कारोबारियों और राजनेताओं के साथ उनके कथित संबंधों तथा गवाहों के बयानों में किये गये दावों के बारे में पूछताछ की जाएगी. अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने सिसोदिया के “करीबी सहयोगी” दिनेश अरोड़ा के इकबालिया बयान, “साउथ लॉबी” के कथित सदस्यों और नीति को अपने पक्ष में कराने वाले नेताओं व शराब कारोबारियों के समूह से मिली जानकारी के आधार पर उपमुख्यमंत्री के लिए विस्तृत प्रश्नावली तैयार कर रखी है. आरोप है कि शराब व्यापारियों को लाइसेंस प्रदान करने की दिल्ली सरकार की नीति से कुछ डीलर को लाभ हुआ, जिन्होंने इसके लिए कथित रूप से रिश्वत दी थी. हालांकि, आप ने इस आरोप का खंडन किया है.
सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा था, ‘‘यह भी आरोप है कि आबकारी नीति में बदलाव, लाइसेंसधारकों को अनुचित लाभ देना, लाइसेंस शुल्क में छूट/कमी, अनुमोदन के बिना एल-1 लाइसेंस का विस्तार आदि सहित अनियमितताएं की गईं. प्रवक्ता ने कहा था, ‘‘आरोप है कि इन कृत्यों से मिले अवैध लाभ को निजी पक्षों ने अपने बहीखातों में गलत प्रविष्टियां दर्ज करके संबंधित लोक सेवकों तक पहुंचाया था. सिसोदिया के समर्थन में उतरते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश और समाज के लिए जेल जाना अभिशाप नहीं, बल्कि गर्व का विषय है. केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा कि भगवान आपके साथ है मनीष. लाखों बच्चों और उनके माता-पिता की दुआ आपके साथ है. जब आप देश और समाज के लिए जेल जाते हैं तो जेल जाना दूषण नहीं, भूषण होता है. प्रभु से कामना करता हूँ कि आप जल्द जेल से लौटें. दिल्ली के बच्चे, उनके माता-पिता और हम सब आपका इंतज़ार करेंगे. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सत्य के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं और पूरा देश उनके साथ है. उन्होंने यह भी कहा कि ‘‘हम सब इस व्यक्ति के साथ हैं’, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाई.
हाल में, सीबीआई ने तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधान परिषद सदस्य के. कविता के पूर्व चार्टर्ड अकाउंटेंट बुचिबाबू गोरांतला को गिरफ्तार किया था. कविता, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी हैं. आरोप है कि बाबू ने प्राथमिकी में नामजद कई आरोपियों से दिल्ली, हैदराबाद और मुंबई में मुलाकात की थी और वह “साउथ लॉबी” के प्रमुख वार्ताकारों में से एक था. “साउथ लॉबी” 2021-22 की आबकारी नीति अपने पक्ष में कराना चाहती थी, जिसे निरस्त किया जा चुका है. सीबीआई ने पिछले साल दिसंबर में इस मामले के सिलसिले में कविता से भी पूछताछ की थी. सीबीआई को जांच के दौरान सबूत मिले थे कि बाबू ने “साउथ लॉबी” की ओर से काम किया, जिसमें कविता, युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी के सांसद एम. श्रीनिवासुलु रेड्डी, और अरबिंदो फार्मा कंपनी के पी. शरत चंद्रा रेड्डी शामिल हैं. सोर्स- भाषा