जयपुरः प्रदेश की सरकारी मेडिकल कॉलेज में अब एमबीबीएस की पढ़ाई अब और महंगी होगी. चिकित्सा शिक्षा विभाग ने एमबीबीएस के शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए फीस में छह हजार रुपए की बढ़ोत्तरी की है. नई व्यवस्था में जनरल केटेगिरी के स्टूडेंट्स को 1,25,300 रुपए फीस देनी होगी. इतना ही नहीं, हॉस्टल की फीस में भी श्रेणीवार बढ़ोत्तरी की गई है.
प्रदेश में विभिन्न केटेगिरी के 42 मेडिकल कॉलेज संचालित है. जिसमें 30 सरकारी एवं राजमेस के और 12 निजी मेडिकल कॉलेज है. लेकिन सबसे पुराने एसएमएस जयपुर, जेएलएन अजमेर, एसपी बीकानेर, एसएन जोधपुर, आरएनटी उदयपुर और कोटा मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए हर साल मारामारी रहती है. इनमें प्रति कॉलेज एमबीबीएस की 250 सीटें होती है. इनमें 193 स्टेट कोटे की होती है. इन कॉलेजों में चरणबद्ध तरीके से फीस बढ़ाने का जो निर्णय लिया गया था, उसका असर इस साल भी स्टूडेंट की जेब पर आएगा. चिकित्सा शिक्षा विभाग के आदेश के मुताबिक सत्र 2025-26 में एसएमएस जयपुर, जेएलएन अजमेर, आरएनटी उदयपुर, एसपी बीकानेर, एसएन जोधपुर व कोटा मेडिकल कॉलेज में जनरल कैटेगरी वालों के एमबीबीएस में प्रवेश लेने पर 1 लाख 19 हजार 300 की जगह 1 लाख 25 हजार 300 रुपए देने पड़ेंगे. यानि 6 हजार रुपए अधिक देनी पड़ेगी. इसमें एसटी, एसटी, ईडब्लुएस और लड़कियों की ट्यूशन फीस 70 हजार 400 रुपए नहीं लगेगी.
ऐसे बढ़ रहा है ग्राफ किस साल कितनी फीस
शैक्षणिक सत्र : फीस
2023-24: 113600
2024-25: 119300
2025-26: 125300
(सिर्फ छह सरकारी कॉलेजों की फीस)
मेडिकल कॉलेज की फीस के साथ ही हॉस्टल की फीस में भी विभाग ने बढ़ोतरी की है. हॉस्टल की हर साल सिंगल सीटेड रुम की फीस 32, 300 रुपए से बढ़ाकर 35 हजार 500 रुपए कर दी है. डबल सीटेड रुम की फीस 25 हजार 900 से बढ़ाकर 28 हजार 500 रुपए और ट्रिपल सीटेड रुम की फीस 21 हजार से बढ़ाकर 23 हजार 100 रुपए कर दी है. इस फैसले को लेकर स्टूडेंट्स में विरोध भी देखने को मिल रहा है. स्टूडेंट्स का तर्क ये है कि विभाग हर साल फीस तो बढ़ा रहा है, लेकिन सुविधाएं दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है.