राजस्थानः पूर्वी दो महीने में औसत से आधिक बारिश होने के बाद अगस्त का महीना मानसून के लिए तरस रहा है और इतना ही नहीं आने वाले 7-8 दिन भी सुस्त रहेंगे. इसके पीछे की वजह कोई नया वेदर सिस्टम अनएक्टिव होने के कारण है.
जिसके चलते आने वाले सितंबर महीने के पहले सप्ताह में भी बारिश की कोई संभावना नहीं है. ऐसे में वेस्टर्न विंड के कारण असर से पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, बीकानेर संभाग के जिलों में तापमान में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. मौसम विशेषज्ञ के अनुसार बंगाल की खाड़ी में अगले एक सप्ताह तक कोई ऐसा बड़ा वेदर सिस्टम बनता नहीं दिख रहा. इसके प्रभाव से मध्य भारत समेत राजस्थान में बारिश रंग फिका पड़ सकता है.
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक पश्चिमी हवाएं प्रभावी होने से मानसून ट्रफ लाइन अपनी नॉर्मल पोजिशन से खिसक कर उत्तर की तरफ हिमालय पर आ गई है. इस कारण राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत मध्य भारत के कई हिस्सों में बारिश की गतिविधियां अगले एक सप्ताह बहुत कम होगी. जबकि पहाड़ी इलाकों में बारिश होने की संभावना है.
इन जिलों में बारिश औसत से कमः
हनुमानगढ़, चूरू, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, धौलपुर, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर, टोंक और उदयपुर जिले में इस सीजन में अब तक बारिश औसत से कम हुई.