Naresh Meena Slap Case: नरेश मीणा को हिरासत में लिए जाने से बिगड़ रहे हालात, हाईवे किया जाम, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

Naresh Meena Slap Case: नरेश मीणा को हिरासत में लिए जाने से बिगड़ रहे हालात, हाईवे किया जाम, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

टोंकः नरेश मीणा को गिरफ्तार करने के बाद उसके समर्थकों का उपद्रव पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है. जगह-जगह उपद्रवी समर्थकों ने गुलाबपुरा हाईवे पर जाम लगा दिया है. एक जगह से जाम हटाने के बाद उपद्रवी दूसरी जगह जाम लगा रहे है. छिप-छिप कर पथराव कर रहे है. नरेश मीणा को हिरासत में लिए जाने से हालात बिगड़ रहे है. 

समर्थकों ने किया हाईवे जामः
नरेश मीणा समर्थकों ने भारी हंगामा कर दिया है. गुलाबपुरा 148D हाईवे पर जगह-जगह पर जाम लगा दिया. ऐसे में पुलिस और STF लगातार आंसू गैस के गोले छोड़ रही है. समर्थकों की ओर से पथराव किया जा रहा है. इसी कड़ी में आज भी उपद्रवियों ने एक पुलिस वाहन का शीशा तोड़ दिया. वहीं हंगामे के बीच एक सरकारी स्कूल में महिला शिक्षिकाएं फंस गई. हालांकि STF ने सभी शिक्षिकाओं को सुरक्षित हाईवे से निकाल लिया है. 

पुलिस पर पथरावः 
थप्पड़ कांड के बाद उपद्रव-आगजनी मामले में नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया है. वज्रवाहन मैं बिठाकर नरेश मीणा को ले जाया गया है. इस दौरान लोगों ने पुलिस पर पथराव किया है. जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. साथ ही पुलिस ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाने की अपील की है. हालांकि आंसू गैस छोड़ने के बाद समर्थक मौके से भाग गए है. फिलहाल शांति का माहौल है. हालांकि नरेश मीणा ने कहा कि  मैं सरेंडर नहीं करूंगा. बता दें कि नरेश मीणा ने कल SDM को थप्पड़ मारा था. 

कई जवान घायल­: 
गौरतलब है कि देवली उनियारा में उपचुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम के थप्पड़ जड़ दिया. जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. ऐसे में देर रात प्रदर्शनकारियों ने हंगामा किया और पुलिस पर पथराव किया. जिसके बाद पुलिस की ओर से जवाबी कार्रवाई करते हुए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े गए. साथ ही नरेश मीणा को हिरासत में लिया गया. पुलिस ने भारी हंगामे के बीच नरेश को हिरासत में लिया था. लेकिन फरार हो गया. नरेश के समर्थकों ने मौके पर पुलिस पर पथराव किया. पथराव में कई पुलिस जवानों को भी चोटें आई. कई घायल STF जवान भी घायल हुए. जिन्हें इलाज के लिए टोंक के सआदत अस्पताल लाया गया. सआदत अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जवानों का उपचार किया गया.