NDA ने सरकार बनाने का दावा किया पेश, राष्ट्रपति को सौंपा समर्थन पत्र, तीसरी बार नरेंद्र मोदी लेंगे प्रधानमंत्री पद की शपथ

NDA ने सरकार बनाने का दावा किया पेश, राष्ट्रपति को सौंपा समर्थन पत्र, तीसरी बार नरेंद्र मोदी लेंगे प्रधानमंत्री पद की शपथ

नई दिल्ली: NDA ने सरकार बनाने का दावा पेश किया. NDA नेताओं ने राष्ट्रपति को समर्थन पत्र सौंपा. 9 जून को मोदी सरकार का शपथ ग्रहण होगा. 9 जून को शाम 6 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा. तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. आपको बता दें कि NDA संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने NDA घटक दलों के नेता, नवनिर्वाचित सांसदों का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि लाखों कार्यकर्ताओं ने दिन-रात परिश्रम किया. भयंकर गर्मी में हर दल के कार्यकर्ता ने पुरुषार्थ, परिश्रम किया. ऐसे हर कार्यकर्ता को प्रणाम करता हूं. मेरा सौभाग्य है कि मुझे चुनकर नया दायित्व दिया है, उसके लिए आप सभी का आभार. NDA को आज देश में 22 राज्यों में सेवा करने का लोगों ने मौका दिया. हमारा अलायंस सच्चे अर्थ में भारत की आत्मा है.

उन्होंने कहा कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि सभी ने मुझे सर्वसम्मति से NDA दल का नेता चुना है. आप सभी ने मुझे एक नई जिम्मेदारी दी है और मैं आपका बहुत आभारी हूं. जब मैं 2019 में इस सदन में बोल रहा था, तो आप सभी ने मुझे नेता चुना, तब मैंने एक बात पर जोर दिया था, विश्वास. आज जब आप मुझे यह भूमिका दे रहे हैं तो इसका मतलब है कि हमारे बीच विश्वास का पुल मजबूत है. यह रिश्ता विश्वास की मजबूत नींव पर है और यही सबसे बड़ी पूंजी है.

NDA सबसे सफल गठबंधन : 
नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि NDA सबसे सफल गठबंधन है. NDA की तीन दशक की यात्रा सफल रही है. NDA के दलों के बीच अटूट रिश्ता है. NDA सत्ता प्राप्त या सरकार चलाने का कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है. ये राष्ट्र प्रथम की मूल भावना से कमिटेड का समूह है. भारत की राजनीति व्यवस्था में ये एक ऑरगेनिक गठबंधन है. 

हम गुड गवर्नेंस का नया अध्याय लिखेंगे : 
अटल बिहारी वाजपेयी, बाला साहेब ठाकरे, शरद यादव जैसे लोगों ने जिस बीज को बोया था वो आज भारत की जनता सींच करके वट वृक्ष बना दिया है. हम सबके पास ऐसे महान नेताओं की विरासत है, हमें इसपर गर्व भी है. हम गुड गवर्नेंस का नया अध्याय लिखेंगे, विकसित भारत का सपना साकार करेंगे. 

NDA गुड गवर्नेंस का पर्यायवाची बन गया है : 
उन्होंने आगे कहा कि सदन में सभी दलों के प्रतिनिधि मेरे लिए बराबर हैं. सबने मिलकर काम किया है, गठबंधन मजबूत किया है. अपना पराया कुछ नहीं, सबको गले लगाया इसी का परिणाम है. हमारे यहां अपना पराया कुछ नहीं, सबको गले लगाया. NDA गुड गवर्नेंस का पर्यायवाची बन गया है. हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण है. देश ने NDA के गुड गर्वनेंस को देखा ही नहीं बल्कि मैं कह सकता हूं कि जीया है. 

हमारा ये गठबंधन सच्चे अर्थ में भारत की आत्मा: 
देश ने पहली बार सरकार के काम काज के अनुभव किया है. हिंदुस्तान के इतने महान लोकतंत्र की ताकत देखिए कि NDA को आज देश के 22 राज्यों में लोगों ने सरकार बनाकर उनकों सेवा करने का मौका दिया है. हमारा ये गठबंधन सच्चे अर्थ में भारत की आत्मा है. हमारे देश में 10 राज्य ऐसे हैं जहां हमारे आदिवासी भाइयों की संख्या निर्णायक रूप से अधिक है.

10 राज्यों में से 7 में NDA सेवा दे रही
इन 10 राज्यों में से 7 में NDA सेवा दे रही है. चाहे गोवा हो या पूर्वोत्तर, जहां ईसाइयों की संख्या निर्णायक रूप से अधिक है. NDA को उन राज्यों में भी सेवा करने का अवसर मिला है. EVM को लेकर नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि साथियों जब 4 जून के नतीजे चल रहे थे, तब मैं अपने काम में व्यस्त था. मुझे लोगों के फोन आए तो मैंने पूछा कि आंकड़े तो ठीक हैं. लेकिन EVM जिंदा है या नहीं? कुछ लोगों का काम है कि चुनाव प्रक्रिया पर सवाल पर उठाते हैं. मुझे तो लग रहा था कि वे EVM की अर्थी निकालेंगे. लेकिन EVM ने सबको जवाब दे दिया. इलेक्शन कमीशन के काम में रुकावट आए इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे खटखटाए, एक ही टोली थी. साथियो जब 1 तारीख को मतदान पूरा हुआ, 4 को नतीजे आए इस दौरान देश को हिंसा की आग में झोंकने की कोशिश हुई. 

यह NDA की महाविजय:
यहां इकट्ठा होना, वहां इकट्ठा होना, तमाम तरह से लोगों को बांटने का प्रयास किया गया. चुनाव ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए होता है, लेकिन तोड़ने की कोशिश हुई. साथियों मैं मानता हूं कि 2024 के लोकसभा के जो नतीजे हैं. दुनिया ये मानेगी कि यह NDA की महाविजय है. और आपने देखा, दो दिन कैसा चला जैसे हम हार चुके हैं. क्योंकि उन्हें अपने कार्यकर्ताओं का मॉरल हाई करने के लिए ऐसा करना पड़ा. 

हमारा गणबंधन विजय को पचाना जानता :
आंकड़ों के हिसाब से देखें तो यह सबसे मजबूत गठबंधन की सरकार है. कोशिश यह की गई कि विजय को स्वीकारें ही नहीं, लेकिन इस कोशिश की बाल मृत्यु हो गई. देशवासी जानते हैं कि न हम हारे थे, न हारे हैं. 4 तारीख के बाद हमारा जो व्यवहार रहा है वो दिखाता है कि हम विजय को पचाना जानते हैं. विजय के समय उन्माद पैदा नहीं होता है. हम पराजय का उपहास भी नहीं करते हैं, यह हमारे संस्कार हैं. 

10 साल बाद भी कांग्रेस 100 के आंकड़े को नहीं छू पाई : 
किसी भी बालक को पूछों कि 2024 के पहले सरकार किसकी थी तो कहेगा कि NDA की सरकार थी. पूछिए कि चुनाव के बाद सरकार किसकी है तो जवाब होगा NDA, तो हम हारे कहां से हैं. सोचिए कि 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 के आंकड़े को नहीं छू पाई. अगर 2014, 19 और 2024 के चुनाव को जोड़कर कहूं तो तीन चुनाव में इन्हें जितनी सीटें मिली हैं, उससे ज्यादा हमें इस चुनाव में मिली है. 

इंडी वाले पहले तो डूब रहे थे, अब तेज गति से गर्त में जाने वाले हैं : 
मैं देख रहा हूं कि इंडी वाले पहले तो डूब रहे थे, अब तेज गति से गर्त में जाने वाले हैं. साथियों इंडी अलायंस वाले देश के सामान्य नागरिकों की जो समझ है, उसकी जो सामर्थ्य है, उसको समझते नहीं हैं. इन लोगों का जो व्यवहार रहा है 4 तारीख के बाद, मैं आशा करता हूं कि उनमें ये संस्कार आएं. ये वे लोग हैं जो खुद की पार्टी के पीएम का अपमान करते थे. 

देश को सिर्फ और सिर्फ NDA पर भरोसा:
उनके फैसले को फाड़ देते थे, विदेशी मेहमान आ जाए तो कुर्सी नहीं होती थी. देश को सिर्फ और सिर्फ NDA पर भरोसा है. विपक्ष ने भ्रम और झूठ फैलाया, लोगों को गुमराह किया विपक्ष ने भारत को बदनाम करने की साजिश रची, उसने रुकावट डालने की कोशिश की. हम कमिटमेंट के साथ काम करते हैं. 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है. उसके नए एस्पिरेशन पैदा हुए हैं. 3 करोड़ गरीबों को घर का संकल्प, 4 करोड़ को ऑलरेडी दे चुके हैं.  70 वर्ष से ऊपर के आयु के नागरिकों को मुफ्त इलाज की व्यवस्था. मुद्रा योजना के तहत युवाओं को 20 लाख तक के लोन की व्यवस्था. यह सब हमारे तीसरे कार्यकाल की गारंटियां हैं. मिडिल क्लास को सुविधा हमारा कमिटमेंट है. मध्यम वर्ग बहुत बड़ी ताकत है, उनकी बचत कैसे बढ़े. इसके लिए हम क्या सकते हैं, हमारे नीति-नियम कैसे बदलें, इस पर काम करेंगे. पंचायत से पार्लियामेंट तक नारी शक्ति की ताकत कैसे बढ़े, यह हमारा कमिटमेंट है. इलेक्शन से पहले नारी शक्ति वंदन अधिनियम से हमने दिखाया कि हम महिलाओं को ताकत देना चाहते हैं. वो दिन दूर नहीं जब बड़ी संख्या में पार्लियामेंट में मताएं-बहनें दिखाई देंगी. जी-20 से हमने संकल्प लिया है कि वुमन लेड डेवलपमेंट हमारा मोटो होगा.