जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा तैयार 100 दिवसीय कार्ययोजना में पीडब्ल्यूडी फ्रंट सीट पर दिखाई दे रहा है. कार्ययोजना के दो महीने बीत जाने के बाद पीडब्ल्यूडी द्वारा 100 दिवसीय कार्ययोजना में 16 कार्य तय किए गए थे इनमें से तीन में शतप्रतिशत और शेष में भी तेजी से कार्य चल रहा है.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शपथ ग्रहण के साथ ही 100 दिवसीय कार्ययोजना के सभी विभागों को निर्देश दिए थे. इसके बाद खुद मुख्यमंत्री और विभागाध्यक्ष नियमित अंतराल में 100 दिवसीय कार्ययोजना की प्रगति की समीक्षा करते रहे हैं. उपमुख्यमंत्री और पीडब्ल्यूडी मंत्री दीया कुमारी खुद लगातार मॉनिटरिंग कर रही हैं. एसीएस संदीप वर्मा और सचिव संजीव माथुर भी लगातार समीक्षा कर रहे हैं. पीडब्ल्यूडी में 100 दिवसीय कार्ययोजना के तहत पीएमजीएसवाई के तीसरे चरण के तहत 700 किमी सड़कों का निर्माण होना था. इसमें से 13 फरवरी तक 320 किमी निर्माण पूरा किया जा चुका है जोकि 45.71 फीसदी है. इसी तरह 146 किमी राजमार्ग में से 39 किमी बन चुका है.
सीआरआईएफ में 150 किमी में से 48 किमी, एडीबी द्वारा वित्त पोषित योजनाओं में 200 किमी के लक्ष्य के विपरीत 70 किमी और रिडकोर के माध्यम से 25 किमी सड़क के लक्ष्य के विपरीत 8 किमी का निर्माण हो चुका है. इसी तरह 300 राजस्व ग्रामों को डामर से जोड़ने की योजना के तहत 115 गांवों को जोड़ा जा चुका है.कार्ययोजना के तहत 35 हजार किमी सड़कों का निरीक्षण करना था जिसमें से 30816 किमी का निरीक्षण किया जा चुका है. 3020 किमी सड़कों की मरम्मत करनी थी इसमें से 2092 किमी की मरम्मत की जा चुकी है. सड़क सुरक्षा के लिहाज से 36 ब्लैक स्पॉट्स को दुरुस्त करना था इनमें से 18 को किया जा चुका है.
स्टेट हाईवेज पर 90 टोल प्लाजा पर फास्टैग शुरू करने के लक्ष्य के विपरीत 20 टोल प्लाजा पर फास्टैग सुविधा शुरू की जा चुकी है. विभाग की 100 दिवसीय कार्य योजना के तहत विश्व बैंक परियोजना के दूसरे चरण में उन्नयन के लिए 500 किमी अतिरिक्त सड़कों का चयन करना था उस पर अभी काम शुरू नहीं हुआ है. डिजिटल सॉफ्टवेयर बेस्ड प्रोग्राम को लागू करने की दिशा में भी अभी काम शुरू होना शेष है. इसी तरह आईटी बेस्ड कुठ और कार्य भी शुरू होने हैं लेकिन ओवरऑल विभाग की ओर से 100 दिवसीय कार्ययोजना के लक्ष्य पूरे करने की दिशा में अच्छा काम हो रहा है.