अहमदाबाद: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी ने आतंकवाद का मुकाबला करते हुए अपने दो प्रधानमंत्रियों को खोया है. उन्होंने यह सवाल भी किया कि क्या भारतीय जनता पार्टी से संबंधित कोई नेता देश की आजादी की लड़ाई में शामिल हुआ था? इससे एक दिन पहले ही, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर आतंकवाद को लेकर वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया था.
खरगे ने कहा कि हमने आतंकवाद का मुकाबला किया है. देश में शांति बनाए रखने के लिए हमारे नेताओं ने बलिदान दे दिया. इंदिरा गांधी ने देश को एकजुट रखने के लिए कुर्बानी दी. देश की एकजुटता के लिए राजीव गांधी शहीद हो गए. उन्होंने पूछा कि क्या भाजपा के पास कोई नेता है जो देश की आजादी के लिए लड़ा हो? प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को गुजरात के खेड़ा जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ने कहा था कि कांग्रेस और उसके समान विचार वाले कई दल आतंकवाद को कामयाबी पाने का ‘शॉर्टकट’ समझते हैं.
अपनी सफलताओं और विफलताओं को लेकर वोट मांगते:
खरगे ने कहा कि हमने देश को मजबूत और एकजुट रखने के लिए हमने अपने दो प्रसिद्ध एवं विश्व स्तर पर सम्मानित प्रधानमंत्रियों को खो दिया. यहां विधानसभा का चुनाव हो रहा है, संसद का चुनाव नहीं हो रहा है. हम राज्य से जुड़े मु्ददों पर आपसे वोट मांग रहे हैं. अच्छा होता कि प्रधानमंत्री राज्य में अपनी सफलताओं और विफलताओं को लेकर वोट मांगते. गुजरात में समान नागरिक संहिता लागू करने के भाजपा के चुनावी वादे पर खरगे ने कहा कि यह सब समाज में खाई पैदा करने और विवाद खड़ा करने का प्रयास है ताकि वोट हासिल किया जा सके.
प्रधानमंत्री मोदी की तरह हमेशा श्रेय नहीं लेते:
उनका कहना था कि भाजपा के लोग कांग्रेस और दूसरे नेताओं बोलने और क्रोधित होने के लिए उकसा रहे हैं. वो चाहते हैं कि हम भड़काएं और समाज को बांटें, लेकिन उनके जाल में फंसने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश को 70 वर्षों में बनाया है,लेकिन वह प्रधानमंत्री मोदी की तरह हमेशा श्रेय नहीं लेते. भाजपा के ‘गुजरात मॉडल’ को लेकर निशाना साधते हुए खरगे ने कहा कि राज्य के विभागों में पांच लाख रिक्तियां हैं जिनमें 28000 पद शिक्षकों के हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि कांग्रेस गुजरात विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करेगी. सोर्स-भाषा