जयपुर: सरकार के निर्देशों के बाद सभी सरकारी विभागों और सरकारी संस्थानों मे सेवानिवृत्ति कार्मिकों को हटाने का सिलसिला जारी है लेकिन रोडवेज प्रबंधन में अभी भी बड़ी संख्या में रिटायर्ड अधिकारी और कर्मचारी काम कर रहे हैं.
सरकारी विभागों और संस्थानों में रिटायर्ड होने के बाद भी काम कर रहे कर्मचारियों और अधिकारियों को लेकर सरकार काफी सख्त है, सरकार ने सभी विभागों और संस्थाओं को ऐसे रिटायर कार्मिकों को हटाने के निर्देश दिए है. सरकार के निर्देशों के बाद कई विभागों में इसकी पालना शुरू हो गई है, लेकिन राजस्थान रोडवेज में अभी भी करीब 50 रिटायर्ड कार्मिक काम कर रहे हैं चौंकाने वाली बात यह है कि रोडवेज में इन सेवानिवृत्ति कार्मिकों के पास कई ऐसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है जो राजस्थान रोडवेज की आय और व्यय से संबंधित है. इसके बाद भी रोडवेज में सेवानिवृत्ति कार्मिकों को हटाने का काम शुरू नहीं हुआ है खानापूर्ति करने के लिए रोडवेज प्रबंधन ने कल 4 सेवानिवृत्त कार्मिकों की सेवाएं जरूर समाप्त की है लेकिन अभी भी विभाग में बड़ी संख्या में रिटायरमेंट के बाद कई कार्मिक काम कर रहे हैं.
राजस्थान रोडवेज में रिटायर होने के बाद भी संविदा पर काम करने की परंपरा काफी पुरानी है इसलिए लगता नहीं की बहुत जल्दी रिटायर कार्मिकों को प्रबंध हटाएगा इतना ही नहीं कई ऐसे पदों पर रिटायर हो चुके अधिकारी कम कर रहे हैं जिन पदों सीनियर स्तर के अधिकारी की पोस्टिंग होती है.
सिर्फ रोडवेज मुख्यालय में ही नहीं बल्कि प्रदेश के अलग-अलग आगारों में भी बड़ी संख्या में रिटायर्ड अधिकारी और कर्मचारी काम कर रहे हैं जिन्हें अभी तक हटाया नहीं गया है ना ही रोडवेज मुख्यालय ने इस तरह का कोई सर्कुलर निकला है कि रिटायर हो चुके कार्मिकों की सेवाएं समाप्त की जाती हैं,, बहुत महत्वपूर्ण पदों पर सेवानिवृत्ति कार्मिकों के काम करने का नुकसान यह है की सेवानिवृत्त कार्बोकों की कोई जिम्मेदारी तय नहीं होती इसलिए वह अपनी मर्जी से या अपने परिचितों को फायदा पहुंचाने के लिए काम करते हैं.
रोडवेज में कहां कौन रिटायर होने के बाद भी कर रहा काम
राजमल जैन स्टैटिक्स में काम कर रहे हैं कांति लखेरा सलाहकार
उमेश विजय एलडीसी
सुरेश चौधरी सिविल
राजेश शर्मा पीए
रमेश प्रसाद अकाउंटेंट
भीम सिंह
बुद्धि प्रकाश
महेंद्र कुमार
विनोद कुमार
प्रमोद
हरि वल्लभ
संतोष
श्रवण कुमार अग्रवाल
दिलीप रतनलाल
कुंदन लाल पारीक
इन नाम के अलावा भी बहुत से ऐसे नाम है जो रिटायरमेंट के बाद भी रोडवेज में ठाठ से नौकरी कर रहे हैं और मनमर्जी से अपना काम कर रहे हैं,, वहीं रोडवेज प्रबंधन सरकार के निर्देशों के बाद भी इन रिटायर्ड कार्मिकों को हटाने के मूड में नजर नहीं आ रहा अब देखना होगा कि सरकार के आदेशों की पालना रोडवेज में होती है या नहीं.