गोपेश्वर (उत्तराखंड): श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति की अनुमति के बिना बदरीनाथ और केदारनाथ मंदिरों में क्यूआर कोड के माध्यम से दान स्वीकार करने वाले बोर्ड लगाए जाने के मामले में पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. समिति के पदाधिकारियों ने रविवार को पुलिस में शिकायत देकर इस मामले की जांच करने की मांग की थी. चमोली के पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बदरीनाथ के पुलिस थानाध्यक्ष को तत्काल मामला दर्ज करने और उसकी जांच शुरू करने के आदेश दिए. डोबाल ने बताया कि बदरीनाथ थाने में सोमवार को अज्ञात के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया.
इससे पहले, मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने एक बयान में कहा था कि क्यूआर कोड के माध्यम से दान देने के लिए मंदिरों के पास लगे बोर्ड समिति की ओर से नहीं लगाए गए थे. उन्होंने कहा कि दोनों धामों में कपाट खुलने के दिन ये बोर्ड लगे पाए गए थे और मंदिर समिति के अधिकारियों के संज्ञान में आने पर उसी दिन इन्हें उतार दिया गया था.
उन्होंने कहा कि मंदिर समिति के अधिकारियों ने पहले अपने स्तर से इस मामले की छानबीन की और इसके पश्चात रविवार को केदारनाथ पुलिस चौकी और बदरीनाथ में पुलिस कोतवाली में इस संबंध में तहरीर देकर मामले की जांच की मांग की गई. मंदिर समिति के अध्यक्ष ने यह भी स्पष्ट किया कि मंदिर समिति द्वारा वर्तमान में अपने कामकाज में डिजिटल भुगतान संबंधी ऐप का उपयोग नहीं किया जाता है. गौरतलब है कि केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को और बदरीनाथ मंदिर के कपाट 27 अप्रैल को श्रद्धालुओं के लिए खोले गए थे. सोर्स भाषा