जयपुर: कौन बनेगा राजस्थान युवा कांग्रेस का सरताज ! कौन होगा राजस्थान की युवा कांग्रेस का अध्यक्ष! मई के दूसरे हफ्ते में रिजल्ट सामने आ जाएगा. परिणाम से पहले ही चुनावी प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए तकरीबन 5लाख से अधिक वोट फर्जी पाए जाने के कारण रिजेक्ट कर दिए गए ,19लाख में से करीब 8 लाख वोट सही पाए गए है. युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश घोघरा के उत्तराधिकारी की प्रक्रिया जल्द पूरी हो जाएगी. मई में युवा कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल जाएगा. मानेसर घटनाक्रम के समय पायलट समर्थक विधायक मुकेश भाकर को युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर डूंगरपुर के आदिवासी विधायक गणेश घोघरा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. घोघरा चुनावी सिस्टम से नहीं बल्कि मनोनयन से अध्यक्ष बने हालांकि वो भी चुनाव लड़ चुके है. लेकिन चुनावी प्रक्रिया के पूरी होने से पहले ही रिकॉर्ड फर्जी अथवा अवैधानिक वोट होने के कारण पूरी चुनावी प्रक्रिया पर सवालिया निशान लगा है. अगर राजस्थान युवा कांग्रेस की चुनावी गणित की बात करे तो तकरीबन 19 लाख 20 हजार वोट पड़े थे.
राजस्थान युवा कांग्रेस चुनाव का गणित:
-कुल वोट पड़े
-करीब 19लाख 20हजार वोट
-7लाख 75हजार के लगभग वोट सही पाए गए
-5लाख 15हजार के लगभग वोटों की गिनती अभी कई कारणों से होल्ड पर है
बड़ी बात ये है:
-तकरीबन 5लाख 15हजार 200वोट रिजेक्ट हो गए
-स्क्रूटनिंग के बाद आधे मत फर्जी पाए जाने की भी खबर
-19लाख में से तकरीबन 9लाख वोट फर्जी हो सकते है
राजस्थान की युवा कांग्रेस का एक गौरवशाली इतिहास रहा है. दिग्गजों ने युवा कांग्रेस की परंपरा से निकलकर देश और प्रदेश की सियासत में नाम कमाया. राज्यसभा सांसद नीरज डांगी युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके,एआइसीसी के सचिव कुलदीप इंदौरा भी युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके. युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके अशोक चांदना आज खेल और युवा महकमों के मंत्री है. युवा कांग्रेस से निकले प्रदेश के कद्दावर नेताओं के नाम गिने तो जो अध्यक्ष रह चुके उनमें प्रमुख है डॉ रघु शर्मा, मुकेश भाकर, गणेश घोघरा विधायक पद पर है,घोघरा अभी प्रदेश अध्यक्ष है, मंत्री महेंद्रजीत मालवीय ,विधायक संयम लोढ़ा,वेद प्रकाश सोलंकी,इंद्राज गुर्जर भी युवा कांग्रेस की खान से निकले है.
अश्क अली टाक, केसी विश्नोई,पवन गोदारा ,अनिल पारीक सरीखे प्रमुख नेता है जिनका युवा कांग्रेस का शानदार कैरियर रहा. राज्य विधानसभा के अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी ने भी युवा कांग्रेस में कार्य किया था. अनेकों कांग्रेसी है जो युवा कांग्रेस की पौध से निकले, लेकिन आज की युवा कांग्रेस अलग है पवन गोदारा आखिरी प्रदेश युवा कांग्रेस के आखिरी अध्यक्ष रहे जो बिना चुनाव के बने थे हालांकि गोदारा पहले निर्वाचित अध्यक्ष भी कहलाए. राहुल गांधी ने जैसे ही कांग्रेस में अपना सियासी कैरियर शुरू किया तो उन्होंने ही सबसे पहले युवा कांग्रेस में चुनावी प्रक्रिया की शुरुआत की. चुनावी प्रक्रिया से मनोनयन प्रक्रिया तो खत्म हुई लेकिन धनबल, बाहुबल, जातिवाद और क्षेत्रबाद पनप गया. नतीजा ये रहा कि युवा कांग्रेस चुनाव की पारदर्शी प्रक्रिया निभाई गई थी वे मुकम्मल नहीं हो पाई. कई वोट फर्जी पाए गए.अब प्रक्रिया को दुरुस्त करने के लिए स्क्रुटनी प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है. चुनाव लड़ चुके प्रत्येक युवा की समस्या का समाधान स्कूटनी प्रक्रिया से हो सके इसमें युवा कांग्रेस नेतृत्व जुटा है जिससे पारदर्शी ढंग से युवा कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष चुना जा सके.