चूरू: राजकीय मेडिकल काॅलेज में रैगिंग की शिकायत के बाद 13 स्टूडेंट्स को सस्पेंड किया गया है, जिन पर 25-25 हजार रुपए का जुर्माना भी लगा है. कॉलेज प्रिसिंपल द्वारा पिछले दिनों गठित एंटी रैगिंग कमेटी की रिपोर्ट के बाद निर्णय लिया गया. कमेटी ने छात्र-छात्राओं से काउंसलिंग कर पूरे मामले की जांच कर अनुशंषा प्रिसिंपल को भेज दी, जिसके बाद प्रिसिंपल ने 13 छात्र-छात्राओं को 15 दिन के लिए कॉलेज से सस्पेंड कर दिया है.
इस दौरान सस्पेंड स्टूडेंट क्लास में नहीं बैठ सकते है. वहीं सस्पेंड किये गये प्रत्येक को 25-25 हजार रुपए जुर्माने से दंडित किया है. मेडिकल काॅलेज के प्रिसिंपल डॉ. शशिकांत अग्रवाल ने बताया कि कॉलेज में स्थापित एंटी रैगिंग कमेटी को 13 अक्टूबर को शिकायत मिली थी. जिसकी कमेटी ने जांच की. दोनों पक्षों के बारे में जानकारी हासिल की. मामले के अनुसार 2022 बैच के स्टूडेंट्स ने जूनियर के साथ रैगिंग की. कुछ स्टूडेंट्स के बाल भी काटे गए. मामले में कॉलेज में स्थापित एंटी रैगिंग कमेटी ने अपनी अनुशंषा प्रिसिंपल को भेज दी. जिस पर वर्ष 2022 के बैच के 13 स्टूडेंट्स को 17 से 31 अक्टूबर तक क्लास से सस्पेंड कर दिया गया.
वहीं प्रत्येक पर 25 हजार रुपए जुर्माना लगाया है, जिसे 10 दिन में जमा कराना होगा. गौरतलब है कि पूर्व प्रिसिंपल डॉ. बीके बीनावरा ने पिछले महीने ही कॉलेज में एंटी रैगिग कमेटी का गठन किया था. जिसके बाद मेडिकल कॉलेज में यह इस तरह की पहली कार्रवाई है. हालांकि इससे पहले अगस्त 2019 को रैगिंग का मामला सामने आ चुका है, जिसमें नर्सिंग स्टूडेंट को कॉलेज स्टूडेंट्स को बॉस नहीं कहने पर पीट दिया गया था. इसके बाद 2023 में रैगिंग की पोर्टल पर दो शिकायतें हुईं. जिसके बाद प्रिसिंपल ने एंटी रैगिंग कमेटी का गठन किया था.