नई दिल्ली: भारत में लोकतंत्र की स्थिति पर ब्रिटेन में राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर संसद में जारी गतिरोध के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस नेता को अपने बयानों के लिए पहले सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए.भाजपा की यह टिप्पणी राहुल गांधी की लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात के तुंरत बाद आई. इस मुलाकात में राहुल ने बिरला से सदन में बोलने की अनुमति मांगी थी.
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही लगातार चौथे दिन हंगामे की भेंट चढ़ने के बादकेंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और प्रह्लाद जोशी ने संवाददाताओं से कहा कि न केवल सांसद बल्कि पूरा देश उनकी टिप्पणियों से नाराज है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की टिप्पणियों ने न केवल संसद बल्कि पूरे देश का गंभीर अपमान किया है.
राहुल गांधी के माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं:
गोयल ने कहा कि उन्होंने बिना किसी सच्चाई के पूरी तरह ‘‘निराधार और झूठे’’ आरोप लगाए हैं. उधर, कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि राहुल गांधी के माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं है. गांधी खुद ब्रिटेन में विभिन्न कार्यक्रमों में की गई अपनी टिप्पणियों को लेकर उठे राजनीतिक तूफान से बेफिक्र दिखे. लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित होने से पहले सदन में मौजूद कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए गोयल ने कहा कि वह ऐसे व्यवहार कर रहे हैं मानों ‘‘देशभक्ति का कोई महान कार्य’’ करने के बाद वह भारत लौटे हों.
सत्र के दूसरे चरण में लगातार हंगामा हो रहा:
भाजपा ने उन पर देश में लोकतंत्र की स्थिति को खराब तरीके से चित्रित करके भारत में विदेशी शक्तियों के हस्तक्षेप की मांग करने का आरोप लगाया है. सत्तारूढ़ दल उनकी टिप्पणियों पर माफी मांगे जाने की मांग करते हुए हंगामा कर रहा हैं वहीं कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विदेशों में की गई पूर्व की टिप्पणियों का हवाला देकर सरकार पर पलटवार कर रही है. इन सब वजहों से सोमवार से शुरू हुए सत्र के दूसरे चरण में लगातार हंगामा हो रहा है. संसदीय कार्य मंत्री जोशी ने कहा कि भारत की प्रतिष्ठा पर पहले कभी इस तरह से हमला नहीं हुआ है. राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन विदेशी शक्तियों से हस्तक्षेप की मांग करने से बड़ा कोई अपराध नहीं हो सकता. जिस भारत को पूरी दुनिया लोकतंत्र की जननी के रूप में देखती है उसके लिए राहुल गांधी ने गंभीर अपमानजनक टिप्पणी की है, और इससे पूरे देश में गुस्सा है.
अन्य दल भी गांधी से माफी की मांग कर रहे:
उन्होंने कहा कि उन्हें माफी मांगनी चाहिए क्योंकि सांसद और देश यही मांग कर रहे हैं. जोशी ने जोर देकर कहा कि भाजपा के अलावा अन्य दल भी गांधी से माफी की मांग कर रहे हैं.
गोयल ने कहा कि गांधी ने अब तक माफी नहीं मांगकर अपनी और कांग्रेस की छोटी मानसिकता का प्रदर्शन किया है. यह पूछे जाने पर कि अगर कांग्रेस इस मुद्दे पर अपनी बात पर अड़ी रहती है तो क्या सत्र हंगामे की भेंट चढ़ जाएगा, जोशी ने कहा कि मुझे ऐसा नहीं लगता. हालांकि, उन्होंने दोहराया कि अन्य दलों का भी मानना है कि उन्हें माफी मांगनी चाहिए.
भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे:
जोशी ने कहा कि सदन में वरिष्ठतम नेताओं द्वारा माफी मांगने के कई उदाहरण मौजूद हैं. उन्होंने गांधी पर संसद और अध्यक्ष की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया. ज्ञात हो कि हाल ही में लंदन में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र के ढांचे पर ‘‘बर्बर हमला’’ हो रहा है. उन्होंने अफसोस जताया कि अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से इस पर ध्यान देने में नाकाम रहे हैं. राहुल ने व्याख्यान में यह आरोप भी लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं. सोर्स-भाषा