जयपुर: प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के सफल आयोजन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी राजस्थान पुलिस के पास है. पुलिस मुख्यालय के निर्देशों के बाद अधिकतर जिलों में चुनाव से जुड़ी तैयारियां शुरू हो चुकी है.
प्रदेश में अब विधानसभा चुनाव का बिगुल पूरी तरह से बज चुका है. चुनाव आयोग ने राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है. 25 नवंबर को एक ही चरण में प्रदेश भर में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी. चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही प्रदेश में आचार संहिता भी लागू हो गई है. ऐसे में राजस्थान पुलिस के पास आचार संहिता का पालन करने और चुनाव के सफल आयोजन की सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है.
चुनाव आयोग और पुलिस मुख्यालय के निर्देशों के बाद अधिकतर जिलों में चुनाव से पहले की सभी तैयारियां शुरू हो चुकी. सभी बॉर्डर वाले जिलों में पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों से युक्त चेक पोस्ट शुरू कर दिए हैं इन चेक पोस्टों पर आने जाने वाले लोगों की कड़ी निगरानी और चेकिंग की जा रही है. इसके साथ ही अलग-अलग जिलों में संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान का काम भी तेजी से चल रहा है. पुलिस की ओर से ऐसे लोगों की धर पकड़ और गिरफ्तारी का अभियान भी चल रहा है जो आने वाले समय में चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं. प्रदेश में 25 नवंबर को भय मुक्त मतदान सुनिश्चित करने के लिए अलग-अलग जिलों में पुलिस की ओर से फ्लैग मार्च भी निकाला जा रहा है. अगले सप्ताह राजस्थान पुलिस को पैरामिलिट्री की 100 कंपनियां भी मिलने वाली है जिन्हें अलग-अलग चरणों में नियुक्त किया जाएगा.
अवैध शराब पर कार्रवाई नहीं करने के कारण चुनाव आयोग की ओर से भिवाड़ी हनुमानगढ़ और चूरू एसपी को हटाए जाने के बाद पुलिस महकमें में सक्रियता और बढ़ गई है. हरियाणा और पंजाब से आने वाली अवैध शराब की खेप पर संतोषजनक कार्रवाई नहीं करने के कारण चुनाव आयोग ने भिवाड़ी चूरू और हनुमानगढ़ एसपी को कार्य मुक्त किया है. चुनाव आयोग की इस कार्रवाई के बाद अब अधिकतर SP और सतर्कता और जिम्मेदारी से अपने जिलों में काम कर रहे हैं.
अब आपको बताते हैं भय मुक्त और शांतिपूर्ण मतदान के लिए पुलिस को क्या जिम्मेदारी दी गई है...
1- पुलिस द्वारा इंटर स्टेट चेक पोस्ट को प्रभावशाली बनाकर शराब ड्रग्स नकद राशि तस्करी को राज्य के एंट्री पॉइंट पर ही सीज करना सुनिश्चित करना है
2- परंपरागत के साथ-साथ इंटर स्टेट गैर परंपरागत रास्तों पर भी निगरानी करनी
3- राज्य से गुजरने वाले मुख्य बड़े राजमार्गों के साथ-साथ एक्सप्रेस हाईवे पर भी निगरानी करनी होगी
4- सुनियोजित शराब ,ड्रग्स ,नगद राशि तस्करी से जुड़े संगठित अपराधियों पर विशेष कार्य योजना बनाकर कार्रवाई करनी होगी
5- निजी गोदाम और भंडारण स्थान की नियमित जांच करनी होगी जिससे कि वहां पर चुनाव से पूर्व फ्री बीज का भंडारण रोका जा सके
6- पुलिस, बीएसएफ ,एनबी, ट्रांसपोर्ट आबकारी जैसे विभागों को एक साथ समन्वित कार्रवाई करनी होगी
7- सभी संवेदनशील नाकों चेक पोस्ट पर सीसीटीवी कैमरा के साथ-साथ पुलिस दल की भी उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी,, जिससे चूक होने की संभावना न्यूनतम रहे, सीसीटीवी कैमरा की रिकॉर्डिंग को निश्चित समय अंतराल पर देखना सुनिश्चित करना होगा.