जयपुर: राजस्थान संभवतः देश का पहला राज्य है, जहा खिलाड़ियों की चोटो और फिटनेस को लेकर राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद् काफी संवेदनशील है. इसी परिपेक्ष में बुधवार को अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन ट्रस्ट (ए.बी.एफ.टी) और खेल परिषद् में एक मैमोरेडम ऑफ अडंरस्टेडिग (एम.ओ.यू) साईन हुआ. इसके तहत चोटिल खिलाड़ियों की सर्जरी का खर्चा फाउडेषन वहन करेगा. यानि खिलाड़ियों के लिए भी अब खेल परिषद में अलग तरह की चिरंजीवी योजना शुरू हुई है.
जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में बुधवार को अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन ट्रस्ट और खेल परिषद् के बीच एमओयू साइन हुआ. अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से अभिनव बिंद्रा ने और खेल परिषद् की ओर से कार्यकारी सचिव महावीर प्रसाद मीणा ने एम.ओ.यू पर साईन किये. इस अवसर पर खेल परिषद् की अध्यक्ष व विधायक कृष्णा पूनिया, मुख्य खेल अधिकारी वीरेन्द्र पूनिया और डॉ अनूप पेनूपोल भी मौजूद थे. कृष्णा पूनिया ने बताया कि खेल परिषद् ने वर्ष 2008 ओलंपिक में 10 मीटर एयर राईफल स्पर्द्धा में स्वर्ण पदक जीतकर भारत के खेल इतिहास के व्यक्तिगत स्पर्द्धा में पदक जीतने वाले पहले खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल करने वाले अभिनव बिंद्रा के साथ एक एम.ओ.यू चोटिल खिलाड़ियों की सर्जरी को लेकर किया गया है. इससे चोटिल खिलाड़ियों को अपने करियर को परवान चढाने में मदद मिलेगी. डॉ. पूनिया ने बताया कि यह एम.ओ.यू खिलाड़ियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा. पहले खिलाड़ियों को चोट लगती थी तो उनके करियर पर विराम लग जाता था लेकिन अब इस एम.ओ.यू के बाद खिलाड़ियों को इस तरह की परेषानियों का सामना नहीं करना पडेगा.
खेल परिषद् में पहले से रिहेब सेन्टर चल रहा है और स्पोर्ट्स इंजरी सेन्टर खोला गया. इससे अब एक कदम आगे बढ़कर राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद् चोटिल खिलाड़ियों को पूरी तरह फिट रखने के नजरिये से अभिनव बिद्रा की कम्पनी के साथ एम.ओ.यू किया है. इस अवसर पर अभिनव बिंद्रा ने कहा कि डॉ. पूनिया ने राजस्थान में राजीव गांधी ग्रामीण खेलों का आयोजन कर यहा एक स्पोट्स कल्चर डवलप किया है. अब राजस्थान के खिलाड़ियों को निःषुल्क सर्जरी की सुविधा फाउडेषन द्वारा मुहैया करवाई जायेगी. इससे उनके करियर पर विराम नहीं लगेगा.
चोटिल खिलाड़ियों को मेडिकल ट्रीटमेंट, चिकित्सक, सर्जरी और रिहेबीलिटेषन की सुविधा भी मुहैया करवाई जायेगी. संवेदनशील द्वारा खिलाड़ियों को चोटो के संबंध में नोलेज देने के साथ उन्हे ठीक भी करवाया जायेगा. संवेदनशील द्वारा अब तक अहमदाबाद, भोपाल, बैग्लोर, वाराणसी, पुणे, कोयम्बटूर, चैन्नई, इंदौर, मैगंलोर, और त्रिवेन्द्रम आदि स्थानों पर संवेदनशील का सेन्टर चल रहा है. जयपुर 11वां सेन्टर है, जहा फाउडेषन का सेन्टर शुरू किया गया है. इस सेन्टर में ईलाज के लिए तीन चिकित्सकों के पैनल द्वारा चोटिल खिलाड़ियों के नाम तय किये जायेगे. खेल परिषद की इस पहल से खिलाड़ियों की सर्जरी जयपुर ही नही बल्कि देष के अन्य स्थानों पर जरूरत पडने पर करवाई जायेगी, जिससे खिलाड़ियों का बैस्ट क्वॉलिटी पेषन बना रहे.