जयपुर: इस बार राजस्थान में मानसून को लेकर तमाम भविष्यवाणी गलत साबित हुई है. प्रदेश में जमकर मेहरबान रहे मानसून बारिश का कोटा पूरा हो गया है. अब तक प्रदेश में 486 एमएम बारिश हुई है जबकि 1 जून से 30 सितंबर तक औसत 436 MM बारिश होती है. ऐसे में प्रदेश में अब तक 15 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है. जबकि अगस्त के महीने में कम बारिश दर्ज की गई है. अगस्त में प्रदेश में सिर्फ 31 एमएम बारिश हुई है. वहीं 20 सितंबर तक प्रदेश में 70 MM बारिश हुई है. ऐसे में बचे हुए मानसून सीजन में इस बार बारिश का रिकॉर्ड कायम होने की उम्मीद है.
वहीं आपको बता दें कि मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में कल से एक बार फिर बारिश का दौर शुरू होगा. बंगाल की खाड़ी में एक और वेदर सिस्टम बना है. नया वेदर सिस्टम औडिशा व छत्तीसगढ़ तक पहुंच गया है. नए वेदर सिस्टम से पूर्वी राजस्थान में बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. ऐसे में प्रदेश में सितंबर के अंत तक बारिश का दौर जारी रहेगा. अब अक्टूबर के दूसरे हफ्ते तक मानसून की विदाई होने की संभावना जताई जा रही है.
इस बार सितंबर के तीसरे हफ्ते तक बादल बरस रहे:
पिछले कई सालों से मानसून सितंबर के बीच में राज्य से विदाई ले लेता है. लेकिन इस बार सितंबर के तीसरे हफ्ते तक बादल बरस रहे हैं. जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, राजस्थान के ऊपर बना परिसंचरण तंत्र फिलहाल दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर है. इसी के साथ एक और परिसंचरण तंत्र बंगाल की खाड़ी में बना हुआ है. इस तंत्र के कारण कुछ इलाकों में बादल भी छाए रहे और रुक-रुक कर हल्की से मध्यम गति की बारिश जारी रहने की संभावना भी जताई गई है.