जयपुर: भ्रष्टाचार और पेपर लीक के मुद्दे पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की 'जन संघर्ष यात्रा' को लगातार चौथे दिन रविवार को भी लोगों का समर्थन मिल रहा है. असंतुष्ट कांग्रेस नेता ने महला कस्बे (जयपुर जिले) से यात्रा फिर से शुरू की और महापुरा की ओर बढ़े जहां उनका रात में ठहरने का कार्यक्रम है.
पायलट सोमवार को अपनी पांच दिवसीय यात्रा के समापन पर जयपुर के अजमेर राजमार्ग पर कमला नेहरू नगर के पास एक जनसभा करेंगे. उन्होंने बृहस्पतिवार को भ्रष्टाचार और पेपर लीक मामले को लेकर अजमेर से अपनी पांच दिवसीय यात्रा शुरू की थी. पायलट के सहयोगी ने बताया कि यात्रा को लोगों से जबरदस्त समर्थन मिल रहा है. चाहे युवा हों या बुजुर्ग, सभी वर्ग के लोग पैदल यात्रा में शामिल हो रहे हैं.' रविवार को पायलट ने करीब 25 किमी की दूरी तय की. पायलट ने बृहस्पतिवार को अजमेर से पैदल यात्रा शुरू की थी. पायलट ने राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी के शीर्ष नेताओं को चुनौती दी है. यात्रा को राजस्थान में इस चुनावी साल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व कांग्रेस आलाकमान पर दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है.
राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं और कांग्रेस यहां अपनी सरकार 'रिपीट' होने की उम्मीद कर रही है. गहलोत द्वारा 2020 में बगावत में शामिल विधायकों पर भाजपा से पैसे लेने का आरोप लगाने के कुछ दिनों बाद यह यात्रा निकाली जा रही है. पायलट और 18 अन्य कांग्रेस विधायकों ने उस समय राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन की मांग की थी. उन्हें (पायलट) पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया गया था. राजस्थान में 2018 में पार्टी की सरकार बनने के बाद से ही राजस्थान में कांग्रेस के दो मजबूत नेता मुख्यमंत्री पद को लेकर आमने सामने हैं. सोर्स- भाषा