जयपुर: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज राजस्थान से राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया. राहुल,प्रियंका,गहलोत,और डोटासरा की मौजूदगी में विधानसभा में सोनिया ने नोमिनेशन दाखिल किया. उससे पहले सोनिया गांधी ने विधानसभा में ना पक्ष लॉबी में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भी हिस्सा लिया. खास बात है कि सोनिया गांधी पहली बार राज्यसभा से जाएगी और इसके लिए उन्होंने राजस्थान को चुना.
कांग्रेस की कद्दावर और सीनियर लीडर सोनिया गांधी अब अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी क्योंकि पांचवी बार की लोकसभा सांसद सोनिया गांधी ने राजस्थान से राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है. सोनिया गांधी को पार्टी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की खाली हुई सीट पर राज्यसभा प्रत्याशी बनाया. सोनिया गांधी नामांकन के लिए आज प्रियंका गांधी औऱ राहुल गांधी के साथ विशेष प्लेन से जयपुर पहुंची. होटल रामबाग पैलेस में रुकने के बाद सोनिया गांधी विधानसभा पहुंची. जहां कांग्रे विधायक दल की बैठक में उनका स्वागत किया गया. उसके बाद दिग्गज नेताओं की मौजूदगी रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष नोमिनेशन दाखिल किया. सोनिया गांधी के राजस्थान से राज्यसभा जाने पर पूर्व सीएम गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी का राजस्थान से दिल का रिश्ता रहा है. राजस्थान की मदद और विकास के लिए वो हरसंभव तैयार रहती है. उनका यहां से जाना हम सबके लिए बेहद खुशी के पल है.
वहीं सोनिया गांधी ने राजस्थान को ही राज्यसभा के लिए क्यों चुना इसको लेकर भी सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं जारी है. क्योंकि सोनिया गांधी के हिमाचल प्रदेश और मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों से भी चुनाव लड़ने की अटकलें चल रही थी. लेकिन 11 फरवरी को अचानक राजस्थान कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव भेजने के बाद उनके राजस्थान से ही राज्यसभा प्रत्याशी बनने की प्रबल संभावन बन गई थी. वहीं एक चौंकाने वाला घटनाक्रम भी सामने आया. सोनिया सहित सहित पूरा गांधी परिवार भी जयपुर पहुंच गया. लेकिन सोनिया गांधी सहित अन्य राज्यों के उम्मीदवारों की पार्टी ने आधिकारिक सूची जारी नहीं की जैसे ही लिस्ट सामने आई और तुरंत सोनिया गांधी होटल रामबाग पैलेस से नोमिनेशन दाखिल करने के लिए विधानसभा रवाना हो गई. उधर जानकारों का दावा है कि कईं ऐसे कारण रहे जिसके चलते सोनिया गांधी ने राजस्थान और इस बार राज्यसभा से जाने का बड़ा फैसला लिया. एक तो राजस्थान में विधायकों का पूर्ण संख्याबल था. दूसरा लगातार दो बार लोकसभा चुनाव में खाता नहीं खोलने के चलते कार्यकर्ताओं का मनोबला बढाया जाए. स्वास्थ्य कारणों के चलते लोकसभा चुनाव लड़ने के बजाय राज्यसभा से जाया जाए. कुछ लोगों का मानना है कि भंवर जितेन्द्र सिंह और अजय माकन दोनों की जोरदार दावेदारी के चलते सोनिया गांधी का नाम आगे करके मामले को हैंडल किया. बहरहाल,राजस्थान के नेता और कार्यकर्तओं के लिए यकीनन यह एक ऐतिहासिक पल था. सचिन पायलट ने कहा कि इससे कार्यकर्ताओं में एक नए जोश का संचार होगा.
सोनिया गांधी के नामांकन फार्म में गहलोत,पायलट,जूली और डोटासरा सहित अन्य विधायकों ने बतौर प्रस्तावक हस्ताक्षर किए. 20 फरवरी को नाम वापसी के आखिरी दिन चुनाव आय़ोग आधिकारिक रुप से रिजल्ट जारी कर देगा. सोनिया गांधी के निर्वाचन के बाद राजस्थान से अब कांग्रेस के 6 राज्यसभा सांसद हो जाएगे.