सौरव गांगुली को अब 'Y' की जगह 'Z' श्रेणी की सुरक्षा, जानें क्यों लिया यह फैसला

कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एवं भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली की सुरक्षा बढ़ाकर ‘जेड’ श्रेणी में करने का फैसला किया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.

गांगुली को पहले ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई थी और इसकी अवधि खत्म होने के बाद मंगलवार को उनकी सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया गया. अधिकारी ने कहा कि गांगुली को प्रदान की गई सुरक्षा की अवधि खत्म हो गई थी, इसलिए प्रोटोकॉल के अनुसार एक समीक्षा की गई और इसे बढ़ाकर ‘जेड’ श्रेणी में करने का फैसला किया गया.

अधिकारी ने कहा कि नई सुरक्षा व्यवस्था के अनुसार अब 8 से 10 पुलिसकर्मी पूर्व क्रिकेटर की सुरक्षा में रहेंगे. ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा के तहत गांगुली के सुरक्षा घेरे में विशेष शाखा से तीन पुलिसकर्मी और इतनी ही संख्या में सुरक्षाकर्मी उनके बेहाला स्थित निवास की सुरक्षा करते थे. 

राज्य सचिवालय के प्रतिनिधि मंगलवार को गांगुली के बेहाला कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार और स्थानीय थाने के अधिकारियों के साथ बैठक की. अधिकारी ने कहा कि गांगुली फिलहाल अपनी आईपीएल क्रिकेट टीम दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ यात्रा कर रहे हैं और 21 मई को कोलकाता लौटेंगे. उसी दिन से उन्हें ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा मिलनी शुरू हो जाएगी.

अभिषेक बनर्जी को ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा मिल रही:
पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस और तृणमूल कांग्रेस के सांसद तथा राष्ट्रीय सचिव अभिषेक बनर्जी को ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा मिल रही है, जबकि फरहाद हाकिम और मोलॉय घटक जैसे राज्य सरकार के मंत्रियों को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की जाती है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को भी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों के साथ ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है. सोर्स- भाषा