VIDEO: लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी प्रदेश कांग्रेस, AICC ने राजस्थान में चुनाव समिति का किया गठन, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: देश में इस साल होने वाले आम चुनाव के लिए कांग्रेस ने भी तैयारी शुरू कर दी है. राजस्थान की 25 लोकसभा सीट पर रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस ने एक तरफ चुनाव समिति का गठन कर दिया है, वहीं दूसरी तरफ हर सीट के लिए कॉर्डिनेटर्स की नियुक्ति भी कर दी है. विधानसभा चुनाव में 70 सीट जीतने वाली कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार वह  लोकसभा चुनाव में राजस्थान में खाता खोलने में कामयाब हो जाएगी. 

कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं. एक तरफ राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की तैयारी चल रही है, तो वहीं कई राज्यों में पार्टी ने चुनाव समिति का गठन कर दिया है. इन राज्यों में राजस्थान भी शामिल है. पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में कांग्रेस आलाकमाना ने राजस्थान कांग्रेस प्रदेश चुनाव समिति का गठन कर दिया है. इसमें अशोक गहलोत, सचिन पायलट समेत कई दिग्गज नेताओं के नाम शामिल है.

13 मौजूदा विधायकों को प्रदेश चुनाव समिति का मेंबर बनाया गया है. आठ ऐसे नेता भी है, जो हाल ही विधानसभा चुनाव में हार गए थे. चुनाव समिति में गोविंद सिंह डोटासरा, अशोक गहलोत, सचिन पायलट, जितेंद्र सिंह, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, मोहन प्रकाश, हरीश चौधरी, रामलाल जाट, सीपी जोशी, प्रमोद जैन भाया, प्रतापसिंह खाचरियावास, ममता भूपेश, भजनलाल जाटव, मुरारी लाल मीणा, अशोक चांदना, नीरज डांगी, जुबेर खान, धीरज गुर्जर का नाम शामिल है. पूर्व मंत्री राजकुमार शर्मा, रोहित बोहरा, इंद्रा मीणा, डूंगर राम गेदर, शिमला देवी नायक और ललित यादव को भी चुनाव समिति में रखा गया है. माना जा रहा है कि मकर संक्राति से पहले चुनाव समिति की जयपुर में पहली बैठक हो सकती है. इस बैठक में लोकसभा चुनाव की रणनीति का खाका खींचा जाएगा और साथ ही उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया का निर्धारण भी कर लिया जाएगा.

कांग्रेस ने राजस्थान लोकसभा चुनावों के लिए 25 कोऑर्डिनेटर भी नियुक्त किए हैं. दिनेश कस्वा को गंगानगर का, पुसाराम गोदारा को बीकानेर का, हाकम अली को चुरू का, खानु खां बुधवाली को झुंझुनूं का, महेन्द्र गहलोत को सीकर का, हरसहाय यादव को जयपुर ग्रामीण का, रोहित बोहरा को जयपुर का,  धर्मेन्द्र राठौड़ को अलवर का, महेश जोशी को भरतपुर का और ममता भूपेश को करौली धौलपुर का कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया है. इसी तरह प्रशांत बैरवा को दौसा का,  महेश शर्मा को टोंक-सवाई माधोपुर का, सुदर्शन सिंह रावत को अजमेर का, गजेन्द्र सिंह सांखला नागौर का, संगीता बेनीवाल को पाली का, महेंद्र चौधरी को जोधपुर का, अभिषेक चौधरी को बारमेर का, अंजना पटेल को जालौर का, रामलाल मीणा को उदयपुर का, महेंद्र जीत सिंह मालवीय बांसवाड़ा का, हेम सिंह शेखावत को चित्तौड़गढ़ का, शकुंतला रावत को राजसमंद का, राजकुमार शर्मा को भीलवाड़ा का, मुरारी लाल मीणा को कोटा का और प्रमोद जैन भाया को झालावाड़-बारां का कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया है. इस सूची में भी कुछ ऐसे नेता शामिल है, जिनको हाल ही विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था.

राजस्थान में कांग्रेस एक तरफ जहां विभिन्न नेताओं को जिम्मेदारी दे रही है, वहीं साथ ही उन सीटों पर भी एक्सरसाइज कर रही है, जहां के विधानसभा क्षेत्रा में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया है. पार्टी इन सीटों पर ऐसे मजबूत उम्मीदवारों की तलाश कर रही है, जो भाजपा को कड़ी टक्कर दे सके. पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने हनुमान बेनीवाल की पार्टी से समझौता किया था. इस बार कांग्रेस भी कुछ इस तरह का फैसला कर सकती है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को विभिन्न राज्यों में गठबंधन करने के लिए जिम्मेदारी दी है. ऐसे में इस बात की संभावना है कि राजस्थान को लेकर भी कांग्रेस गठबंधन मे ंएक-दो सीट अन्य पार्टी को दे सकती है.