जलदाय विभाग के दो अभियंताओं पर गिरी गाज, पानी कनेक्शन को लेकर अतिरिक्त पैसे लिए जा रहे थे क्षेत्र में

जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की नाराजगी के बाद जलदाय विभाग के दो अभियंताओं को जयपुर से सीधे बाड़मेर-जैसलमेर का रास्ता दिखा दिया गया है. जलदाय विभाग ने सांगानेर सब डिविजन में तैनात सहायक अभियंता रवि कुमार जांगिड़ का जैसलमेर व कनिष्ठ अभियंता ज्ञानचंद बैरवा का ट्रांसफर बाड़मेर कर दिया है. रवि कुमार जांगिड़ अपने विवादित वीडियो के कारण चर्चाओं में थे.

भ्रष्टाचार के लिए बदनाम जलदाय विभाग के अधिकारियों की लापरवाही की शिकायतें पूरे प्रदेश से लगातार आती है, लेकिन अब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का क्षेत्र सांगानेर भी इससे अछूता नहीं रहा. मुख्यमंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र सांगानेर के विकास कार्यों को लेकर शुक्रवार को रिव्यू बैठक की थी, जिसमें उन्होंने जलदाय विभाग के अधिकारियों पर नाराजगी जताई. एईएन रवि कुमार जांगिड़ और जेईएन ज्ञानचंद बैरवा को लगातार शिकायतें मुख्यमंत्री को मिल रही थी. इनकी कार्यशैली के कारण सांगानेर विधानसभा क्षेत्र में बड़ी संख्या में पानी के कनेक्शन लंबित चल रहे थे. 

जनता इन दोनों अफसरों से बार बार अपील कर रही थी, लेकिन इन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया और पूरी तरह लापरवाह रहे. ऐसे में भजनलाल शर्मा ने इन दोनों अभियंताओं को हटाने के निर्देश दिए. इसके बाद जलदाय विभाग ने तुरंत आदेश जारी करते हुए सहायक अभियंता रवि कुमार जांगिड़ को जैसलमेर व कनिष्ठ अभियंता ज्ञानचंद बैरवा को बाड़मेर भेज दिया. वहीं मुख्यमंत्री ने विभाग के अधिकारियों को शिविर लगाकर लम्बित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए. उन्होंने नल कनेक्शन के लिए आवेदन की प्रक्रिया का सरलीकरण करने के भी निर्देश दिए.

सांगानेर क्षेत्र में लोग पानी कनेक्शन को लेकर परेशान चल रहे हैं. सहायक अभियंता रवि जांगिड़ के दफ्तर का बाबू हिमांशु मुदगल भी सांगानेर के इस सर्किल में पानी के कनेक्शन को लेकर लोग परेशान था. लोगों के कनेक्शन की फाइलें लम्बे समय तक पेंडिंग रहती थी. पिछले महीने 11 जुलाई को एसीबी ने सांगानेर ऑफिस में कार्यरत कनिष्ठ सहायक हिमांशु मुद्गल को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा था. बाबू को तो ट्रेप कर लिया गया, लेकिन अफसर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. चर्चा है कि कोई बाबू कनेक्शन के लिए अकेले तो 20 हजार रुपए नहीं ले सकता.

वहीं एईन रवि जांगिड़ सोशल मीडिया पर अपने विवादित वीडियो को लेकर भी चर्चा में रहे है. मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद उनके कई वीडियो अब जलदाय विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप्स में ही वायरल हो रही है. कई वीडियो में वे लड़कियों के साथ द्विअर्थी संवाद करते नजर आते है, जो सर्विस नियम के विरुदध है. ऐसे में देखना होगा कि जलदाय विभाग सिर्फ ट्रांसफर तक ही सीमित रहेगा या फिर विभाग की छवि खराब करने वाले ऐसे अफसर पर कोई अनुशासानतात्मक कार्रवाई भी होगी.