GIS-2023: उत्तर प्रदेश के पास हर क्षेत्र में बेहतरीन नीतियां- Keshav Prasad Maurya

GIS-2023: उत्तर प्रदेश के पास हर क्षेत्र में बेहतरीन नीतियां- Keshav Prasad Maurya

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को कहा कि सुरक्षा समेत हर क्षेत्र में राज्य के पास 'बेहतरीन नीतियां' हैं और यहां ‘उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन-2023’ (जीआईएस-2023) के जरिये निवेश के कई बड़े प्रस्ताव मिले हैं.

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश करने वालों का स्वागत है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन के माध्यम से कई बड़े प्रस्ताव आए हैं. हम आपको भरोसा दिलाना चाहते हैं कि डबल इंजन की सरकार पूरी सक्रियता के साथ निवेश परियोजनाओं को प्रोत्साहित कर रही है. यह बातें उप मुख्यमंत्री मौर्य ने उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन नीदरलैंड्स के प्रतिनिधि मंडल के साथ सत्र में कहीं. इस अवसर पर केशव प्रसाद मौर्य ने भारत में नीदरलैंड के उच्चायुक्त मार्टेन वॉन डेन बर्ग का स्वागत भी किया.

निवेश के हर संभव अवसर पर कार्य करें:
एक सरकारी बयान के मुताबिक मौर्य ने कहा कि भगवान राम के छोटे भाई शेषावतार लक्ष्मण जी की नगरी लखनऊ में आपका स्वागत करता हूं. मार्य ने कहा कि साझेदार देश के तौर पर नीदरलैंड हमारे लिए अहम है. हमें जब नीदरलैंड जाने का मौका मिला तो मैंने पाया कि दोनों देशों का रिश्ता बेहद पुराना है. हम आपको प्रदेश में निवेश करने के लिए सादर आमंत्रित करते हैं. मुझे पहले नहीं पता था कि फिलिप्स की मूल कंपनी नीदरलैंड की है. मुझे लगता है फिलिप्स भारत के घर-घर में पहुंची है. मैं आपसे आह्वान करता हूं कि निवेश के हर संभव अवसर पर कार्य करें.

उत्तर प्रदेश में भी पूर्ण रूप से लागू करना है:
मौर्य ने कहा कि सरकार का लक्ष्य निवेशकों के मार्ग में आने वाली बाधाओं का निराकरण करके विकास के मोदी मॉडल को उत्तर प्रदेश में भी पूर्ण रूप से लागू करना है. मार्टेन वॉन डेन बर्ग ने कहा किउप्र एक ट्रिलियन (एक हजार अरब) डॉलर की अर्थव्यस्था बनने की ओर चल पड़ा है. 3000 से ज्यादा भारतीय कंपनियां नीदरलैंड में कार्यरत हैं. भारत में भी हमारी हजारों कंपनियां कार्यरत हैं. हम उत्तर प्रदेश को असीमित संभावनाओं के क्षेत्र के तौर पर देखते हैं. उप्र और नीदरलैंड का भविष्य उज्ज्वल है. मार्टिन ने हिंदी में नमस्कार से भाषण की शुरुआत की और अंत बहुत बहुत धन्यवाद कहकर किया. सोर्स-भाषा