जयपुर: विकसित राजस्थान-2047 को लेकर फर्स्ट इंडिया की पहल पर "रोड मैप फॉर अर्बन लोकल बॉडीज-ए वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है. होटल क्लार्क्स आमेर में वर्कशॉप आयोजित हो रही है. इस मौके पर UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले सालों में जितने वृक्षारोपण कैंपेन चले है. उतने पेड़ लग जाते तो पूरा राजस्थान हरियाली की चादर ओढ़े रहता, लेकिन जिस मंशा के साथ काम हुआ, उतना धरातल पर नहीं हुआ. अब PM मोदी ने भावनात्मक अभियान एक पेड़ मां के नाम शुरू किया.
आम आदमी की समस्याओं का समाधान करें:
UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि इस अभियान में न सिर्फ पेड़ लगेंगे, बल्कि उनका रखरखाव भी होगा. इसके लिए पूरा एक्शन प्लान बनाया गया है. मुझे लगता है कि इसके बेहतर परिणाम आएंगे. UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि सभी विभाग सकारात्मक सोच के साथ आम आदमी की समस्याओं का समाधान करें. हम धीरे-धीरे सारी कार्य व्यवस्था को ऑनलाइन करने की तरफ बढ़ रहे. ताकि आमजन की समस्या का समाधान तुरंत प्रभाव से किया जा सके. मैं आमजन से भी अपेक्षा करूंगा कि जो लोग समूह के रूप में अतिक्रमण की शिकायत लेकर आते हैं. हमारे विभाग जब उस अतिक्रमण को हटाने का प्रयास करते हैं. तो जो लोग शिकायत लेकर आते उनमें से ही कुछ लोग उसका विरोध करते हैं. उसके बाद जब हम सफलता से अतिक्रमण हटाते हैं विरोध करने वाले कहते हैं कि बहुत अच्छा किया. आमजन भी सकारात्मक सोच रखें.
सभी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में सहयोग करें:
UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि सकारात्मक सोच के साथ सरकार की सभी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में सहयोग करें. UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की एकमात्र सोच है. भारत आजादी के 100 साल होने से पहले सबसे विकसित सशक्त सामाजिक समरसता वाले विश्व में अपने अलग पहचान बनाएं. उनकी अवधारणा से प्रेरित होकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी सपना देखा. बहुत से लोगों को लगा कि हमारे पहले बजट में यह सपना पूरा करने का बजट पेश किया. हमने पहला ही बजट ऐसा पेश किया जो बाकी सरकार अंतिम बजट में करती हैं.
ERCP और यमुना जल समझौता का मामला सुलझाया:
UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि राजस्थान में विकास की अपार संभावना है. सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने ERCP और यमुना जल समझौता का मामला सुलझाया. नगरीय विकास का अर्थ यह है कि नगरों का कस्बों का अच्छे तरीके से विकास हो सके. ड्रैनेज और सीवरेज की माकूल व्यवस्था हो. कस्बों और शहरों में सभी विकास की व्यवस्थाएं सुनिश्चित हो. अब तक तात्कालिक उपाय करते रहे जबकि दीर्घकालीन उपाय पर ध्यान देना चाहिए. जब तक दीर्घकालिक उपाय नहीं होंगे इन समस्याओं का समाधान नहीं होगा. जयपुर सहित शहरों में बारिश के कारण जो ड्रैनेज की समस्या हुई उनका परीक्षण करवाकर आने वाले 40 साल के लिए ड्रैनेज और सीवरेज का सिस्टम विकसित किया जाएगा. UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि जयपुर को 350 साल पहले बसाया गया था. अब जाकर उस प्लानिंग में दिक्कतें आई, लेकिन इसमें भी हमारा अहम योगदान है. ये काफी सोचनीय सवाल है, जिससे हम सभी को सीख लेनी चाहिए.
राजस्थान को नम्बर-1 बनाने के रोडमैप पर चर्चा:
इस मौके पर राजस्थान को नम्बर-1 बनाने के रोडमैप पर चर्चा हो रही है. होटल क्लार्क्स आमेर में कार्यशाला का आयोजन हो रहा है. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हैं. यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा वर्कशॉप की अध्यक्षता कर रहे है विशिष्ट अतिथि प्रमुख शासन सचिव UDH टी. रविकांत हैं. फर्स्ट इंडिया चेयरमैन डॉ.जगदीश चंद्र मंच पर मौजूद है. फर्स्ट इंडिया के CEO एंड मैनेजिंग एडिटर पवन अरोड़ा मंच पर मौजूद है. फर्स्ट इंडिया के डायरेक्टर वीरेन्द्र चौधरी मौजूद हैं. जयपुर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित, JDC मंजू राजपाल, RHB कमिश्नर इंद्रजीत सिंह, JDA सचिव हेम पुष्पा शर्मा भी मौजूद है. ग्रेटर निगम आयुक्त रुक्मणी रियार, हेरिटेज निगम आयुक्त अभिषेक सुराणा मौजूद है. चीफ टाउन प्लानर संदीप दंडवते, CM OSD योगेश श्रीवास्तव मौजूद है. हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर भी मौजूद है. क्रेडाई के चेयरमैन गोपाल गुप्ता, क्रेडाई के प्रेसिडेंट संजय गुप्ता भी मौजूद है.