डूंगरपुर: डूंगरपुर जिले के डेचा गांव में लेपर्ड के 3 शावकों को वन विभाग के पिंजरे में कैद कर दिया गया. नर और मादा लेपर्ड के आसपास के जंगल में होने से लोगों में डर का माहौल है. वहीं वन विभाग की शावकों के पिंजरे को खेतों में ही रखकर नर और मादा लेपर्ड के आने का इंतजार कर रहा है. ताकि उनका रेस्क्यू किया जा सके.
ओबरी के डेचा वन क्षेत्र में लेपर्ड के 3 शावकों को खेतों में देखा गया. घर से कुछ दूर खेतों में खेल रही बच्ची ने शावकों को देखकर घर के लोगों को बताया. लेपर्ड के बच्चों को देखने लोगों की भीड़ जमा हो गई, लेकिन डर से कोई नजदीक नही जा सका. वहीं वन विभाग की टीम भी पहुंच गई. इसके बाद वन विभाग की टीम ने तीनों शावकों का रेस्क्यू कर पिंजरे में कैद कर दिया.
तीनों शावक करीब 20 से 25 दिन के बताए जा रहे है, लेकिन शावकों के साथ ही नर और मादा लेपर्ड के होने की आशंका जताई, जिस पर वन विभाग की टीम शावकों के साथ पिंजरे को खेतों में ही रख दिया. इसके बाद वन विभाग की टीम पिंजरे पर नजर बनाए हुए है. वहीं नर और मादा लेपर्ड के आसपास ही झाड़ियों में होने की संभावना जताई जा रही है. मौके पर रेंजर यशपाल सिंह, वनपाल नाथूराम रोत, वनकर्मी चंद्रवीर सिंह चौहान, हरिओम सिंह, हर्षवर्धन सहित अन्य वन कार्मिक तैनात है.