जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) अब शायद ही कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव (Congress President Election) लड़े! एक तरफ गहलोत खुद राजस्थान छोड़कर जाने के मूड में नजर नहीं आ रहे तो वहीं दूसरी तरफ अब आलाकमान में भी उनके प्रति कोई उत्साह नहीं रहा है. इसलिए गहलोत के अलावा किसी और नाम पर विचार हो सकता है. इस बारे में आज शाम तक अंतिम फैसला होने की संभावना जताई जा रही है. दूसरी तरफ कांटों के इस ताज को पहनने के लिए आसानी से कोई तैयार नहीं होगा.
राजस्थान के ताजा सियासी घटनाक्रम के बाद कांग्रेस हाईकमान बड़ा फैसला ले सकता है. इसकी संभावना बढ़ती जा रही है. खबर है कि अशोक गहलोत पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव की रेस से बाहर हो सकते हैं. केरल से लेकर जयपुर तक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एक सुर में देखे जा रहे हैं. अब मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे, दिग्विजय सिंह, केसी वेणुगोपाल अध्यक्ष पद की रेस में चल रहे हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के नामांकन तक राजस्थान में यथास्थिति बनी रहेगी:
वहीं सोमवार को कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी लगातार पार्टी के बड़े नेताओं के साथ बैठक करती रही और संकट से निपटने के उपाय तलाशने में लगी रही. कहा जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के नामांकन तक (30 सितंबर) राजस्थान में यथास्थिति बनी रहेगी. वहीं, गहलोत समर्थक विधायकों पर भी अभी एक्शन नहीं लिया जा रहा है. पार्टी हाईकमान पहले पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट देखेगा, उसके बाद कार्रवाई पर फैसला करेगा.