जयपुर: गांधीनगर रेलवे स्टेशन का कायाकल्प करने की तैयारी है. 15 अक्टूबर से स्टेशन साइट को ठेका कंपनी को सुपुर्द कर दिया जाएगा. गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर यह विकास कार्य स्टेशन रिडवलपमेंट स्कीम के तहत किए जाएंगे. इसके बाद स्टेशन का स्वरूप पूरी तरह बदला हुआ नजर आएगा. यात्रियों को यहां विश्व स्तरीय मानकों के अनुरूप यात्री सुविधाएं मिलेंगी. हालांकि निर्माण कार्य के दौरान अगले ढाई साल तक यात्रियों को वाहन पार्किंग को लेकर परेशानी होगी.
गांधीनगर रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय मानकों के अनुरूप बनाया जाएगा. 15 अक्टूबर से रेलवे प्रशासन स्टेशन को अब ठेका कंपनी को सुपुर्द कर देगा. दरअसल रेलवे प्रशासन ने निर्माण कार्य का ठेका एक निजी कंपनी को दिया है. ईपीसी कॉन्ट्रैक्ट के तहत कंपनी को निर्माण कार्य अगले ढाई साल में पूरा करना होगा. गांधीनगर स्टेशन को उत्तर-पश्चिम रेलवे के पुनर्विकास के लिए चिन्हित स्टेशनों में शामिल किया गया था. इसके तहत गांधीनगर स्टेशन पर दो नई बिल्डिंग्स का निर्माण किया जाएगा. बजाज नगर की तरफ वाले मुख्य प्रवेश द्वार की इमारत तीन मंजिला बनेगी, जबकि टोंक रोड वाले हिस्से की बिल्डिंग दो मंजिला बनेगी. मुख्य प्रवेश स्टेशन भवन में डिपार्चर लॉबी, बैगेज स्कैनर के साथ सुरक्षा जांच क्षेत्र, यात्रियों के लिए सहायता डेस्क, शौचालय, आरपीएफ कक्ष, हैड टीसी कक्ष आदि विभिन्न सुविधाएं होंगी. प्लेटफार्म संख्या 1 पर अनरिजर्व्ड टिकट लेने वाले यात्रियों के लिए वेटिंग हॉल, एग्जीक्यूटिव वेटिंग हॉल, शिशु आहार कक्ष, अलग-अलग तरह की दुकानें भी लगी होंगी. गांधीनगर स्टेशन का निर्माण कार्य करीब 215 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया जाएगा.
गांधीनगर स्टेशन का ऐसा होगा स्वरूप
- बजाज नगर की तरफ वाले मुख्य प्रवेश भवन का मेजेनाइन फर्श बनाया जाएगा
- ग्राउंड फ्लोर पर विभिन्न रेलवे कार्यालय और दूसरी मंजिल पर एक्सेस कंट्रोल रहेगा
- दूसरी मंजिल पर मेटल डिटेक्टर सिस्टम, बैगेज स्कैनर सिस्टम, एक्स्ट्रा वेटिंग रूम...
- ...दुकानें, मॉड्यूलर शौचालय, सीढ़ियां, लिफ्ट, एस्केलेटर आदि लगेंगे
- दूसरी मंजिल तक आसान पहुंच के लिए सीढ़ियां, एस्केलेटर और लिफ्ट लगेंगे
- 2 मंजिला बेसमेंट भी बनेगा, जहां कार व बाइक के लिए पर्याप्त पार्किंग रहेगी
- टोंक रोड साइड की बिल्डिंग 2 मंजिला होगी, यहां टिकट काउंटर व हॉल बनेगा
- यहां बुकिंग कार्यालय, बैगेज स्कैनर के साथ सुरक्षा जांच, प्रस्थान हॉल आदि क्षेत्र बनेंगे
ढाई साल की अवधि में जब तक रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य चलेगा, तब स्टेशन आने वाले यात्रियों को वाहनों की पार्किंग नहीं मिल पाएगी. रेलवे प्रशासन ने स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार और द्वितीय प्रवेश द्वार की तरफ स्थित दोनों तरफ की पार्किंग के ठेकेदारों को पार्किंग जगह को खाली करने को लेकर नोटिस जारी कर दिया है. ऐसे में अगले ढाई साल तक यात्रियों को अपने वाहन खड़े करने को जगह नहीं मिलेगी. सूत्रों के मुताबिक यहां रेलवे के पास वैकल्पिक जगह भी नहीं है, इसलिए पार्किंग के लिए कोई वैकल्पिक इंतजाम भी नहीं होंगे. पार्किंग सुविधा बंद किए जाने से यात्रियों में नाराजगी बढ़ रही है. यात्रियों की मांग है कि दिवाली के बाद यहां निर्माण कार्य शुरू किया जाए.
एयर कॉनकोर्स वाला प्रदेश का पहला स्टेशन
- स्टेशन के दोनों प्लेटफार्मों को ऊपर से जोड़ते हुए एयर कॉनकोर्स बनेगा
- यात्रियों के लिए यहां पर्याप्त सीट क्षमता वाला वेटिंग एरिया होगा
- इससे स्टेशन के भीतरी हिस्से का सुंदर दृश्य दिखाई देगा
- यहां शॉपिंग, एंटरटेनमेंट और खान-पान के लिए पर्याप्त सुविधाएं होंगी
- यात्रियों को हवेली जैसा अहसास कराने के लिए ट्रिपल हाइट पिच रूम बनाई जाएगी
गांधीनगर स्टेशन को गुलाबी नगरी का स्वरूप देने का भी प्रयास किया जाएगा. इसके तहत यहां जाली कार्य, मेहराब, गुंबद, छतरी, झरोखा, बारादरी, अलंकरण, पत्थर का काम किया जाएगा. ऊर्जा खपत में कमी के लिए यहां ग्रीन बिल्डिंग सुविधाएं विकसित होंगी. इसकी बिल्डिंग नेट जीरो एनर्जी आधारित होगी.