नई दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि शहर के सभी अस्पतालों से 10-15 फीसदी बिस्तर डेंगू के मरीजों के लिए आरक्षित रखने को कहा गया है. साथ में यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया है कि बिस्तरों की कमी के चलते किसी भी मरीज को भर्ती करने से मना नहीं किया जाए.
एक बयान में सिसोदिया के हवाले से कहा गया है कि पिछले कुछ हफ्तों के दौरान अस्पतालों में कोविड संक्रमितों के लिए आरक्षित बिस्तरों पर भर्ती मरीज़ों की संख्या कम हुई है, इसके मद्देनजर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने अस्पतालों से कहा है कि खाली बिस्तरों पर डेंगू के मरीजों को भर्ती किया जाए. दिल्ली नगर निगम की सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल सितंबर के अंत तक डेंगू के 937 मामले सामने आए हैं तथा अक्टूबर के शुरुआती पांच दिनों में 321 और मामले मिले. इसके बाद कुल मामले 1258 पहुंच गए हैं. बयान में कहा गया है कि सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है और स्थिति पर नजर रखे हुए है.
अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने यहां 10-15 प्रतिशत बिस्तरों को वेक्टर जनित रोग के मरीजों के लिए आरक्षित करें और यह सुनिश्चित करें कि बिस्तर की कमी के कारण किसी भी मरीज को भर्ती करने से इनकार नहीं किया जाए. सिसोदिया ने कहा कि मौसम की मौजूदा स्थिति वेक्टर जनित बीमारियों के संचरण के लिए अनुकूल है. उन्होंने कहा कि पिछले दो हफ्तों में डेंगू के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि अस्पतालों में मरीजों को इलाज मुहैया कराने के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं. सोर्स- भाषा