Jaipur News: कार्यवाहक महापौर ने उड़ाई विद्युत कंपनियों की नींद, पहले ही दिन दिखाए अपने तीखे तेवर

जयपुर: ग्रेटर नगर निगम की गद्दी पर बैठने के बाद कार्यवाहक महापौर आज बेहद सख्त नजर आई. ग्रेटर नगर निगम में विद्युत समिति की बैठक में कार्यवाहक महापौर ने विद्युत कंपनियों के भुगतान रोकने की बात तक कह डाली. महापौर ने कंपनियों को काम नहीं करने की स्थिति में नियमों का हवाला देखकर हटाने के भी संकेत दे दिए.

- कार्यवाहक महापौर शील धाभाई ने दी विद्युत कंपनियों को चेतावनी
- निगम में काम कर रही विद्युत कंपनियों के भुगतान पर रोक लगाने की कही बात
- भुगतान नहीं करने को लेकर डीएलबी को लिखेगी पत्र
- वहीं कल विद्युत कंपनियों को नोटिस देने के भी दिए निर्देश
- काम नहीं करने की स्थिति में नहीं किया जाएगा कोई भी भुगतान
- आज ग्रेटर निगम में हुई बैठक में महापौर ने दी चेतावनी

पिछले कुछ महीनों से लाइटों को लेकर पार्षद से लेकर चैयरमैन परेशान थे लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं था. आज जो कुछ विद्युत समिति की बैठक में हुआ उससे पार्षदों की एक उम्मीद बंधी है कि आखिरकार कार्यवाहक मेयर की चेतावनी उनके लिए कुछ नया करेगी. महापौर शील धाभाई (Mayor Sheel Dhabhai) ने लाइटों के मेंटीनेंस नहीं होने के चलते विद्युत कंपनियों को नोटिस के साथ भुगतान नहीं करने की बात कही.

कार्यवाहक महापौर ने इस संबध में डीएलबी को पत्र लिख कर इन्हें कंपनियों के भुगतान को रोकने की बात कही. दरअसल, दिवाली पर्व नजदीक है वहीं वार्डों में लगी लाइटें लंबे अर्से से खराब पड़ी है लेकिन कंपनियां उन्हे ठीक नहीं कर रही है. इसको लेकर पार्षद आए दिन निगम में चक्कर काटते नजर आ रहे हैं. कार्यवाहक महापौर ने यह भी कहा कि दिपावली पर रोशनी नहीं होगी तो लक्ष्मी कैसे आएगी.

- दीपावली से पहले कार्यवाहक महापौर शील धाभाई का पार्षदों को तोहफा
- अब हर वार्ड पार्षद को मिलेगी 20-20 एलईडी लाइटें 
- दीपावली को देखते हुए कार्यवाहक महापौर ने लिया बड़ा फैसला
- वार्ड पार्षद अपने वार्ड में लगा सकेंगे ये लाइटें
- निगम मुख्यालय में हुई विद्युत शाखा की बैठक में लिया गया निर्णय

लाइटों संबंधी अव्यवस्था करने में विद्युत कंपनियों का दोष:

दिपावली पर्व पर हर वार्ड रोशन हो सके इसको लेकर कार्यवाहक महापौर ने पार्षदों को 20-20 लाइटें देने का निर्णय आज विद्युत समिति की बैठक में लिया. कार्यवाहक महापौर शील धाभाई ने कहा कि जब तक रोशनी नहीं होगी तब तक लक्ष्मी का प्रवेश नहीं होगा. निगम में लाइटों संबंधी अव्यवस्था करने में विद्युत कंपनियों का दोष है. इनकी सप्लाई, लेवर की कमी होने से काम अव्यवस्थित हुआ है.

यह कंपनियां अयोग्य है. नगर निगम को यह अधिकार है कि अगर यह अपने नियमों का पालन नहीं करती है तो इनको हटाया जाएगा. जनता खुश होगी तो ही शहर में दिपावली पर पटाखे फुटेंगें. कार्यवाहक महापौर ने आज सख्त मिजाज दिखाते हुए विद्युत कंपनियों को यह मैसेज दे दिया कि अगर काम में लापरवाही दिखाई तो रवनागी भी उतनी ही जल्दी होगी.