जैसलमेर: किसी भी युद्ध क्षेत्र का भौगोलिक सर्वेक्षण शीघ्रता से कर लेने को लेकर सीमा सुरक्षा बल (BSF) की सभी रेजिमेंट्स के मध्य अंतर-रेजिमेंट प्रतियोगिता का आयोजन भारतीय सेना की तोपखाना की देखरेख में किया गया. जिसमें जैसलमेर (Jaisalmer) स्थित सीमा सुरक्षा बल की तोपखाना रेजिमेंट ने प्रथम स्थान प्राप्त किया.
इस उपलब्धि से यह माना जा रहा है कि बीएसएफ (Border Security Force) तोपखाना देश का एक दक्ष और हर तरह की युद्ध स्थितियों में अपने लक्ष्यों को भेद देने में एक सक्षम युद्ध इकाई है. रेजिमेंट मुख्यालय जैसलमेर में एक समारोह का आयोजन कर विजयी टीमों की प्रशंसा करते हुए बधाई दी. उन्होंने भविष्य में भी रेजिमेंट के युद्ध कौशल को बरकरार रखने का मनोबल बनाए रखने के लिए प्रेरित किया.
यह ट्रॉफी जिनके नाम से शुरू की गई है वह शहीद जोगिन्दर सिंह डिप्टी कमांडेंट (29 मार्च 1941- दि. 1971) राजस्थान सेक्टर में 06 पी.जी.ऐ.बी. एस.एफ आर्टिलरी को कमांड कर रहे थे. दिनांक 17 दिसम्बर 1971 को युद्ध के दौरान उन्हें इलाका विरवा में तैनात अपनी बटालियनों को फायर सपोर्ट देने की जिम्मेदारी सौंपी गई. इलाके की रेकी के उपरांत जब वह अपनी पार्टी के साथ लौट रहे थे उसी दौरान विरवा इलाके में दुश्मन द्वारा भारी तादात में हथियारों द्वारा घात लगाकर उन पर हमला किया गया. जवाबी कार्यवाही में जान की परवाह किए बगैर अपनी टुकड़ी के साथ दुश्मन पर धावा बोल दिया.
वर्ष 2020 में बेस्ट ट्रॉफी देने की घोषणा:
लड़ाई के दौरान गोली लगने के बावजूद साहस के साथ अपनी टुकड़ी के साथ अन्तिम सांस तक लड़ते रहे. अप्रतीम शौर्य और पराक्रम के लिए उन्हे मरणोपरान्त "वीर चक्र" से सम्मानित किया गया. शहीद जोगिन्दर सिंह, डिप्टी कमांडेंट के अदम्य साहस और बलिदान के सम्मान में BSF तोपखाना द्वारा वर्ष 2020 में बेस्ट ट्रॉफी देने की घोषणा की गई. इसी कड़ी में वर्ष 2020-21 में प्रथम वीर चक्र जोगिन्दर सिंह ट्रॉफी 1055 आर्टी रेजिमेंट ने प्राप्त की और वर्ष 2021-22 की ट्रॉफी तोपखाना 1022 रेजिमेंट ने जीती.