मुंबई : मशहूर एक्टर गुलशन ग्रोवर (Gulshan Grover) को हाल ही में शॉर्ट फिल्म बज गई सिटी में मनु ऋषि चड्ढा के साथ देखा गया था. फिल्म में उन्होंने एक ऐसे बूढ़े चोर की भूमिका निभाई है जो रिटायरमेंट के बारे में विचार करता है. फिल्म में निभाई अपने कैरेक्टर और पर्सनल जिंदगी में गुलशन ग्रोवर को कुछ समानताएं दिखाई देती हैं. बारे में उन्होंने कहा है कि यह एक ऐसा मुद्दा है जहां पुरानी पीढ़ी के लिए नौकरियां नहीं है.
गुलशन ग्रोवर (Gulshan Grover) ने बताया कि जब उन्हें इस शॉर्ट फिल्म का ऑफर मिला तो उन्हें यह समझ आया कि यह किसी उम्र दराज चोर की कहानी नहीं है बल्कि जीवन के एक बड़े जुड़ाव की कहानी है. कई लोग व्यवसाय में तरह-तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं वह एक चमकने वाला क्षण नहीं ढूंढ पा रहे हैं.
आगे गुलशन ग्रोवर (Gulshan Grover) ने कहा कि मनोरंजन उद्योग में भी यही देखा जा रहा है. उन्होंने अनुपम खेर का नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने मुझे बताया है कि कई फिल्मी घर आने और कास्टिंग डायरेक्टर में लंबे समय से इस व्यवसाय में मौजूद लोगों को अपने प्रोजेक्ट में नहीं लेने का फैसला लिया है. शायद उन्हें लग रहा है कि लंबे समय से हम इस व्यवसाय में है तो क्षमता कम हो गई है.
गुलशन ग्रोवर (Gulshan Grover) ने बताया कि मुझे महेश भट्ट साहब ने कहा था कि यह मॉन्स्टर्स तुम्हें बाहर फेंक दें उससे पहले जरूरी है कि तुम अपना काम बेहतर कर लो. उन्होंने कहा कि मैंने कभी ऐसी परेशानी नहीं देखी लेकिन मेरे कुछ दोस्त हैं जो इस वजह से परेशान हो रहे हैं.
गुलशन ग्रोवर (Gulshan Grover) यह कहते दिखाई दिए कि मनोरंजन की दुनिया बहुत अलग हो गई है. अच्छे कंटेंट अच्छे टैलेंट और निवेशक के लिए यह समय बहुत शानदार है. हरण देते हुए उन्होंने कहा कि पहले जहां रेस्टोरेंट पर अलग-अलग चीजें मिलती थी वह अब सिर्फ पिज्जा या मोमोज के लिए खुलने लगे हैं क्योंकि उन्हें ग्राहक मिल रहे हैं. सिनेमा के साथ भी ऐसा ही हो रहा है लोग अलग किस्म की सामग्री चाहते हैं.