नई दिल्ली: केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि पूसा संस्थान 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए समुचित कौशल के साथ युवा पीढ़ियों को पोषित करने में एक अहम भूमिका निभा सकता है.
उन्होंने होटल प्रबंधन, केटरिंग एवं पोषाहार संस्थान (आईएचएम), पूसा के हीरक जयंती समारोह में यह टिप्पणी की. रेड्डी ने बुधवार को ट्वीट किया कि छात्रों को प्रशिक्षण देने तथा सिखाने के लिए प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल में महामारी के दौरान संस्थान द्वारा निभायी भूमिका की सराहना करता हूं.’’
उन्होंने कहा कि इस पर ध्यान दें कि पूसा 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए आवश्यक ज्ञान और समुचित कौशल के साथ युवा पीढ़ियों के पोषण में सबसे आगे बने रहकर कैसे एक अहम भूमिका निभा सकता है और भारत के ‘अमृत काल’ में प्रवेश करने के साथ वह भविष्य में कैसे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा. पूसा परिसर में कई अहम अकादमिक और शोध संस्थान है, जिसमें सबसे पुराना कृषि संस्थान है. आईएचएम पर्यटन मंत्रालय के तहत आता है. सोर्स- भाषा