Rajasthan Politics: सियासी घटनाक्रम पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का बयान,कहा- मुख्यमंत्री चुनना विधायकों का अधिकार

जयपुरः राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का बयान सामने आया है. खाचरियावास ने कहा कि मुख्यमंत्री चुनना विधायकों का अधिकार है. ये कोई क्लास के मॉनिटर बनाने की बात नहीं है. विधायकों का शांति धारीवाल के घर जाना गलत नहीं है. क्योंकि धारीवाल संसदीय कार्यमंत्री है. अपनों से सलाह मशविरा करना क्या गलत है?. इधर भाजपा षड्यंत्रकारी दल है.

इससे पहले मंत्री धारीवाल के आवास पर विधायकों की मीटिंग चल रही हैं ! जानकारी के मुताबिक अब तक 43 विधायकों के बैठक में पहुंचने की खबर है. करीब 20 विधायक रास्ते में बताए जा रहे है. सूत्रों के अनुसार इन सभी विधायकों के पहुंचने के बाद इस्तीफे हो सकते है. सभी विधायकों का एक लाइन में इस्तीफा जा सकता है. मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर कई मंत्री-विधायक जुटे. मंत्री डॉ.महेश जोशी, महेंद्रजीत सिंह मालवीया, डॉ.बीडी कल्ला, मंत्री रामलाल जाट, शकुंतला रावत, गोविंद मेघवाल, अशोक चांदना, संयम लोढ़ा, रफीक खान, महादेव सिंह खंडेला, गोपाल मीणा, मंजू मेघवाल,लक्ष्मण मीना, अमीन खान,आलोक बेनीवाल, दीपचंद खैरिया, महेंद्र चौधरी, रोहित बोहरा,  जेपी चंदेलिया, नगराज मीना,विनोद चौधरी,मेवाराम जैन,राजेंद्र पारीक,अमित चाचाण, गुरमीत सिंह कुन्नर, प्रीति सिंह, गंगादेवी धारीवाल के आवास पहुंचे.

इससे पहले मंत्री गोविंद मेघवाल ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री बने रहे. अभी गहलोत ने अध्यक्ष का नामांकम नहीं भरा हैं. ऐसे में अभी रायशुमारी करने की क्या जरूरत पड़ गई. जिन विधायकों ने संकट में साथ दिया, अब उनके मन में क्या बीत रही होगी. धारीवाल के बंगले पर सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगें.सियासी उठापटक के बीच विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा का बड़ा बयान सामने आया है. गिर्राज सिंह मलिंगा ने कहा कि शांति धारीवाल के निवास पर मीटिंग का कोई औचित्य नहीं है. जब आलाकमान ने भेजे हैं पर्यवेक्षक तो उससे पहले मीटिंग करने का क्या मतलब.

मलिंगा ने मंत्री सुभाष गर्ग पर भी तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जो कांग्रेसी नहीं उसे पार्टी के अंदरूनी मामले में बोलने का हक़ नहीं. गर्ग ने उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ प्रचार किया था.निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा का बड़ा बयान सामने आया है. संयम लोढ़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर हमारा नाम अशोक गहलोत है. अगर गहलोत की जगह कोई अन्य नाम आता है तो विधायकों की राय अहम हैं. विधायकों की राय के बिना सीएम चुना तो सरकार गिरने का ख़तरा है. आपको बता दें कि जयपुर में आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी. मुख्यमंत्री आवास पर शाम 7: 30 बजे बैठक होगी.मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन  विधायकों की बैठक लेंगे.बैठक में नए मुख्यमंत्री के चयन पर विचार होगा.सूत्रों के अनुसार पर्चा दाखिल करने से पहले ही गहलोत इस्तीफा दे सकते हैं.

इसी बीच पायलट कैंप से जुड़े सूत्रों ने खुलासा करते हुए कहा कि जयपुर में 80 विधायकों से पायलट बात कर चुके है और प्रायः सभी विधायकों ने एक ही बात कही.आलाकमान के फैसले से सहमति की बात की, जिस किसी को आलाकमान मनोनीत करेगा. यह विधायक उसी व्यक्ति को अपना समर्थन देंगे. इसी बीच सीपी जोशी से जुड़े सूत्रों ने खुलासा किया. कहा-सीपी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल नहीं है.