चुनौतीपूर्ण समय में निर्णायक क्षमता ही सरदार पटेल की विशेषता थी- धर्मेंद्र प्रधान

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल चुनौतीपूर्ण समय में अपनी निर्णायक क्षमता के लिए जाने जाते हैं और यही उनके नेतृत्व की विशेषता थी.

प्रधान लोकसभा सचिवालय द्वारा देश के पहले गृह मंत्री पटेल की 147वीं जयंती के अवसर पर आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता में भाग ले रहे छात्रों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के प्रयासों के कारण ही 500 से अधिक रियासतों का भारत के साथ विलय हुआ और यह ‘पांच बार हिमालय चढ़ने-उतरने से कम नहीं था प्रधान ने पटेल की नेतृत्व क्षमता की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह चुनौतीपूर्ण समय में अपनी निर्णय क्षमता के साथ डटे रहे और यही उनके नेतृत्व की विशेषता थी.

संविधान के निर्माण में उनकी भूमिका सराहनीय:
इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि पटेल जन-चेतना के नायक थे. उन्होंने कहा कि आधुनिक भारत को आकार देने में उनके महत्वपूर्ण योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा और एक मजबूत संविधान के निर्माण में उनकी भूमिका सराहनीय है. उनका जीवन हम सभी को देश के लिए खुद को समर्पित करने की प्रेरणा देता है. प्रतिस्पर्धा शुरू होने से पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत अनेक दलों के नेताओं ने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में सरदार पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की. सोर्स-भाषा