उदयपुर: शहर में चल रहे चार दिवसीय जी-20 समिट के तीसरे दिन आज सिटी पैलेस के माणक चौक पर भारत के प्रमुख शास्त्रीय और लोक नृत्य की रंगारंग झलक परदेशी पावणों को प्रस्तुत की गई. 'सर्वेशं भारतः' शीर्षक पर आधारित इस प्रस्तुति के आरम्भ में प्रोजेक्शन मैपिंग के माध्यम से भारत के विभिन्न पर्यटक स्थलों को रंग-बिरंगी लेजर लाईट्स और मधुर संगीत के माध्यम से जीवंत किया गया.
भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित बेहतरीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना की और राजस्थान सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया.लेकसिटी उदयपुर में आयोजित हो रही जी-20 देशों के शेरपा बैठक का तीसरा दिन आज राजस्थान और देश की रंग बिरंगी संस्कृति और सरोकारों की प्रस्तुति के नाम रहा. शेरपा बैठक के मेहमानों को राजस्थान की समृद्ध संस्कृति से रूबरू कराने के उद्देश्य से पर्यटन विभाग द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.
इस मौके पर सम्पूर्ण भारत के विभिन्न हिस्सों के शास्त्रीय एवं लोक नृत्यों और संगीत पर आधारित प्रस्तुतियां हुई. परदेशी पावणों पर राजस्थानी पारम्परिक लोक नृत्य, भारतीय शास्त्रीय एवं लोक नृत्य का जादू चलाते हुए चरी, गैर एवं घूमर के अतिरिक्त तमिलनाडु का भरतनाट्यम, ओडिशा से ओडिसी, गोटीपुआ एवं मयूरभंज छाऊ नृत्य, केरल के मोहिनीअट्टम नृत्य की प्रस्तुति दी गई.
कार्यक्रम में कई मुख्य अतिथिगण रहे मौजूद:
इसके बाद कलाकारों द्वारा उत्तर प्रदेश के कथक नृत्य, मणिपुर का मणिपुरी, आंध्र प्रदेश का कुचिपुड़ी, केरल का कथकली, मणिपुर से पुंग चोलोम, गुजरात के गरबा, पंजाब के भांगड़ा नृत्य ने सभी का मन मोह लिया. इसी क्रम में असम के बगरुम्बा, गुजरात के डांगी, त्रिपुरा के होजागिरी, मध्य प्रदेश के बधाई और कश्मीर के कश्मीरी नृत्य ने सभी को भारत के समृद्ध सांस्कृतिक ताने बाने से सराबोर कर दिया. इस अवसर पर राजस्थान सरकार की मुख्य सचिव उषा शर्मा और प्रमुख शासन सचिव, पर्यटन विभाग गायत्री राठौड भी उपस्थित रही.