नई दिल्ली: झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार देर रात आग लग गई. जिसमें झुलसने से अब तक 10 बच्चों की मौत हो गई है. अस्पताल के शिशु वार्ड में शॉर्ट सर्किट के चलते आग लगी. एनआईसीयू वार्ड की खिड़की तोड़कर कई बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. बताया जा रहा है कि जिस वार्ड में आग लगी थी, वहां 55 नवजात भर्ती थे. जिनमें से 45 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया. उनका इलाज चल रहा है. इसको लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित कई नेताओं ने दुख प्रकट किया है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जताया दुख:
उत्तर प्रदेश में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज, झांसी में हुई दुर्घटना में कई नवजात शिशुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत हृदय विदारक है. ईश्वर, शोक संतप्त माता-पिता और परिवारजनों को, यह क्रूर आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करें. मैं घायल हुए शिशुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक :
हृदयविदारक! उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है. इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं. ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे. राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हरसंभव प्रयास में जुटा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे.
योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक :
जनपद झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के NICU में घटित एक दुर्घटना में हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है. जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.
मुआवजा राशि का ऐलान:
वहीं योगी आदित्यनाथ ने मुआवजा राशि का ऐलान करते हुए कहा कि असमय काल-कवलित हुए प्रत्येक नवजात बच्चों के माता-पिता को ₹05-05 लाख और घायलों के परिजनों को ₹50-50 हजार की सहायता राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से तत्काल प्रदान करने के लिए निर्देश दिए हैं. साथ ही झांसी के मंडलायुक्त और डीआईजी को 12 घंटे में घटना के संबंध में रिपोर्ट देने हेतु निर्देशित किया है.