उदयपुर: शारदीय नवरात्री स्थापना के साथ ही गुजरात से शहर में गरबा रास की धूम शबाब पर होगी. दरअसल, गुजरात के पारंपरिक गरबा रास का जादू पड़ोसी जिला होने के चलते उदयपुर (Udaipur) अंचल में भी सर चढ़कर बोलता है. लेकिन लेकसिटी उदयपुर के गरबा प्रेमियों ने एक अनूठे अंदाज में गरबा रास की शुरुआत से पहले ही गरबा करके खास संदेश दिया है.
भले ही शारदीय नवरात्रि (Navratri) का शुभारम्भ 26 सितंबर से होने वाला है लेकिन लेकसिटी उदयपुर में गरबा की धमाल शुरू हो चुकी है. गुजरात के इस पारम्परिक लोक नृत्य के डांडियों की खनक लेकसिटी के स्विमिंग पूल में सुनाई दे रही है. शहर के एक ग्रुप द्वारा कुछ खास करने के इरादे से स्विमिंग पूल में गरबा रास का अनूठा आयोजन किया गया.
इस गरबा रास में लड़के-लड़कियों ने पानी मे पारंपरिक परिधान चनिया चोली, धोती-अंगरखा और पारंपरिक गहनों से सज-धज कर गरबे की ऐसी खनक बिखेरी कि लोग मन्त्र मुग्ध हो गए. पूल में गरबा करने वालो के लिए भी यह मौका बेहद खास रहा. दरअसल, शहर के क्रिएशन ग्रुप की ओर से हुए इस आयोजन में युवक-युवतियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.
पानी में खड़े रहकर गरबे के मूव्स करना आसान नहीं:
हालांकि स्विमिंग पूल में आधे पानी में खड़े रहकर गरबे के मूव्स करना आसान नहीं था और यही वजह रही कि इस कार्य के लिए स्विमिंग कोच की सहायता ली गई. कुल मिलाकर इस आयोजन का मकसद न केवल देश के परंपरागत लोक नृत्यों के प्रति नई पीढ़ी में एक भाव और संवेदनशीलता कायम करना है बल्कि इस तरह के आयोजन इन लोकनृत्य की मजबूत बुनियाद और शरीर पर पड़ने वाले सुखद परिणामों की ओर भी इशारा करते हैं.