जयपुर: राजस्थान पेपर लीक मामले के आरोपी राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा की संपत्तियों का अधिग्रहण आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) करेगी. डूंगरपुर जिले में तीन गांवों में कटारा की 5 संपत्तियां है. जिनका मालिक बाबूलाल कटारा के पुत्र को बताया गया है. तो वहीं कटारा कि भातपुर, मालपुर और राजपुर में पांच संपत्तियां है.
ED अधिकारियों की टीम डूंगरपुर पहुंच गई है. संपत्तियों को कब्जे में लेने की दस्तावेजी औपचारिकताएं शुरू हो गई है. औपचारिकताएं पूरी होने के बाद अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू होगी. बाबूलाल कटारा कि संपत्तियों पर ED के स्वामित्व का बोर्ड लगाया जाएगा. प्रवर्तन निदेशालय ने पेपर लीक मामले में कुल 9 सम्पत्तियों को चिन्हित किया है. आज सभी संपत्तियों को ED अधिग्रहित कर लेगी. पेपर लीक में प्रवर्तन निदेशालय की विस्तृत जांच अब भी जारी है.
गौरतलब है कि बाबूलाल कटारा डूंगरपुर जिले के भातपुर ग्राम पंचायत के मालपुर गांव का रहने वाला है. 2 नवंबर 1987 को वह तृतीय श्रेणी शिक्षक बना था. उसके बाद 1990 में वह अर्थशास्त्र के व्याख्याता बन गया था. 1991 में बाबूलाल कटारा जिला सांख्यिकी अधिकारी बन गया था. वर्ष 1994 से लेकर 2005 तक कटारा ने विकास अधिकारी के रूप में काम किया. वर्ष 2013 से वीआरएस लेने तक उदयपुर के माणिक्यलाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान में बाबूलाल कटारा ने निदेशक का पद संभाला.
#Jaipur: पेपर लीक मामले के आरोपी RPSC के सदस्य रहे बाबूलाल कटारा की संपत्तियों का अधिग्रहण आज
— First India News (@1stIndiaNews) March 13, 2024
डूंगरपुर जिले में तीन गांवों में है कटारा की 5 संपत्तियां, बाबूलाल कटारा के पुत्र को बताया गया इनका मालिक, भातपुर...#PaperLeakCase #ED #RPSC @dir_ed @kotharivimal19 pic.twitter.com/keLKFU4Hyx