राहत के बजाय फिर लगा "POCKET" को झटका, रिटेल के बाद अब थोक महंगाई भी बढ़ी

राहत के बजाय फिर लगा "POCKET" को झटका, रिटेल के बाद अब थोक महंगाई भी बढ़ी

नई दिल्ली: राहत के बजाय "POCKET" को फिर झटका लगा. रिटेल के बाद अब थोक महंगाई भी बढ़ी. लगातार चौथे माह महंगाई में उछाल आया. 16 माह के हाई पर थोक महंगाई पहुंची. जून में थोक महंगाई 3.36% पर पहुंची. अप्रैल 2024 में थोक महंगाई दर 1.26 फीसदी रही थी. 

खाने-पीने के सामान की दर मुख्य रूप से बढ़ी है, जिसका असर थोक महंगाई दर पर आया. जून में खाद्य महंगाई दर बढ़कर 8.68 फीसदी पर आई है, जो मई में 7.40 फीसदी पर थी. प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर जून में 8.80 फीसदी की दर से बढ़ी, जबकि इससे पिछले माह ये 7.20 फीसदी पर रही थी. 

फ्यूल एंड पावर सेगमेंट की थोक महंगाई दर में हालांकि हल्की गिरावट आई. ये जून में 1.35 फीसदी पर रही, मई 2024 में ये आंकड़ा 1.03 फीसदी WPI का था. मैन्यूफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की थोक महंगाई दर में भी इजाफा हुआ.