जलमग्न हुआ अजमेर... बारिश ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, आनासागर ओवरफ्लो सड़कों पर 'जल प्रलय', देखिए खास रिपोर्ट

अजमेर{ शुभम जैन }: मानसून की झमाझम बारिश ने अजमेर में कहर बरपा दिया है. बीते 32 घंटे में करीब 200 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है, जिससे पूरा शहर पानी-पानी हो गया. लगातार रुक-रुक कर होती बारिश ने आमजन के जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. शहर की गलियों, मुख्य सड़कों, कॉलोनियों से लेकर अस्पतालों तक में पानी भर गया है. जिला प्रशासन और नगर निगम की टीमें राहत कार्यों में जुटी हैं, वहीं SDRF की टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है.

शहर की अधिकांश सड़कें जलमग्न हो गई हैं. सबसे अधिक असर आनासागर झील के ओवरफ्लो के कारण हुआ है. आनासागर लिंक रोड, शिवाजी पार्क, बजरंगगढ़ से फव्वारा चौक तक के मार्गों पर पानी भर गया है. देर रात आनासागर झील से पानी निकासी के लिए चैनल गेट खोले गए, लेकिन झील का जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण आसपास के क्षेत्र जलभराव की चपेट में आ गए.बजरंगगढ़ से फव्वारा चौराहा तक ट्रैफिक रोक दिया गया है. वहीं, मित्तल चौराहे से पहले बांडी नदी के नजदीक मार्ग को डायवर्ट किया गया है. वरुण सागर झील भी अब ओवरफ्लो की स्थिति में पहुंच गई है.

बड़ा हादसा टल गया:
शहर के शिवाजी पार्क के पास एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. आनासागर लिंक रोड पर पानी भर जाने के कारण एक बस विद्युत लाइन की चपेट में आ गई. तेज स्पार्किंग के कारण यात्रियों में हड़कंप मच गया. गनीमत रही कि मौके पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी संजय शर्मा ने तत्परता दिखाते हुए यात्रियों को बस से सुरक्षित उतार लिया. बिजली विभाग (टाटा पावर) को तुरंत सूचना दी गई और समय रहते विद्युत आपूर्ति बंद की गई, जिससे बड़ा हादसा टल गया.

अस्पताल में भरा पानीः
बारिश के कहर से संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल जवाहरलाल नेहरू (JLN) भी अछूता नहीं रहा. अस्पताल के ऑर्थोपेडिक वार्ड में पानी भर गया, जिसके कारण मरीजों को अन्य वार्डों में शिफ्ट करना पड़ा. अस्पताल प्रशासन ने जलनिकासी के प्रयास शुरू कर दिए हैं, लेकिन निरंतर हो रही बारिश के कारण समस्या गंभीर बनी हुई है. वार्ड में गंदे पानी और बदबू के कारण मरीजों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.

राहत व बचाव कार्य जारीः
आनासागर झील के नजदीक स्थित कॉलोनियों, जैसे वन विहार, सागर विहार, केशव नगर और आसपास की कच्ची बस्तियों में पानी भर गया है. घरों में घुटनों तक पानी पहुंच गया है. कई जगहों पर घरों में रखा सामान खराब हो गया और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं. जिला प्रशासन ने SDRF की टीमों को सक्रिय कर दिया है. राहत व बचाव कार्य जारी हैं. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. केशव नगर में रेस्क्यू सेंटर बनाया गया है, जहां पीड़ितों के लिए भोजन, जल, प्राथमिक उपचार और विश्राम की व्यवस्था की गई है.

स्कूलों में अवकाश घोषितः
जिला कलेक्टर लोक बंधु और नगर निगम आयुक्त बारिश के बीच स्वयं फील्ड में उतर आए हैं. दोनों अधिकारियों ने अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर जलभराव की स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों के निर्देश दिए. प्रशासन की ओर से सभी सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. कलेक्टर ने आमजन से अपील की है कि अनावश्यक रूप से जलभराव वाले क्षेत्रों में न जाएं और प्रशासन द्वारा बताए गए मार्गों का ही उपयोग करें. उन्होंने बताया कि निगम और अन्य विभागों की टीमें लगातार जलनिकासी के प्रयासों में जुटी हुई हैं.

200 मिमी बारिश ने तोड़े रिकॉर्ड, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी 
मौसम विभाग के अनुसार, बीते 32 घंटों में अजमेर में 200 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है, जो पिछले कई वर्षों की तुलना में अत्यधिक है. अगले 24 घंटों में और अधिक बारिश होने की संभावना जताई गई है. प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है. जलाशयों के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.   

हालांकि शहर में भारी बारिश से हालात चिंताजनक हो गए हैं, लेकिन प्रशासन की सक्रियता और लगातार प्रयासों के चलते स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है. जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम, बिजली विभाग, स्वास्थ्य विभाग और SDRF की टीमें मिलकर आपदा प्रबंधन कार्य को अंजाम दे रही हैं.