नई दिल्ली : ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में चर्चा जारी है. लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह बोल रहे है. उन्होंने कहा कि मैं पहलगाम हमले की घोर निंदा करता हूं. पहलगाम हमले में धर्म पूछकर निर्दोष लोगों की नृशंस हत्या की गई. हमले में मारे गए लोगों के प्रति मेरी संवेदना है.
कल ऑपरेशन महादेव में तीन आतंकी मारे गए हैं. आतंकियों की मदद करने वाले 2 आरोपियों की पहचान कर उन्हें भी गिरफ्तार किया है. मुझे VC पर पहलगाम हमले के आतंकियों के मरने की जानकारी मिली. कल शाम 6.46 बजे मुझे वीडियो कॉल पर बताया गया कि ये मारे गए. सेना ने ऑपरेशन महादेव में सुलेमान, फैजल अफगान और जिब्रान ढेर किया है. मारे गए तीनों आतंकी पहलगाम हमले में शामिल थे.
महादेव में लश्कर का कमांडर सुलेमान मारा गया:
जिन्होंने बैसरन घाटी में हमला किया वो मारे गए हैं. ऑपरेशन महादेव में लश्कर का कमांडर सुलेमान मारा गया है. सुलेमान लश्कर का कमांडर था, इसके ढेरों सबूत हैं. एनकाउंटर में मारे गए अफगान और जिब्रान ए श्रेणी के आतंकी थे. एनकाउंटर करने वाले सुरक्षाबलों को बधाई. 22 जुलाई को सेंसर से आतंकियों की पुष्टि हुई है. पहलगाम में निर्दोष लोगों की हत्या पाकिस्तान द्वारा की गई है. भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए परमिशन दी है. सेना ने पाक अड्डों को चूर-चूर कर दिया है.
पहलगाम हमला का हमारी सरकार ने मुंहतोड़ जवाब दिया:
अमित शाह ने आगे कहा कि कल गोगोई जी ने कहा कि मोदी जी 24 अप्रैल को पहलगाम की बजाय बिहार गए थे. पहलगाम हमले के समय मोदी जी विदेश में थे. जिस दिन मोदी जी बिहार गए, उस दिन पहलगाम में केवल राहुल गांधी थे और कोई नहीं. अगर देश के नागरिकों पर ऐसा हमला होता है तो उसका मुंहतोड़ जवाब देना प्रधानमंत्री का कर्तव्य है.
पहलगाम हमला हमारी जिम्मेदारी:
विपक्ष ने हमसे पूछा की पहलगाम हमले के आतंकी कहां से आए, कहां गए, ये जिम्मेदारी किसकी है ? ये हमारी ही जिम्मेदारी है. लेकिन जब आपकी सरकार थी, तब किसकी जिम्मेदारी थी. कल चिदंबरम ने सवाल उठाया कि आतंकी पाकिस्तान से आए, इसका सबूत कहां है. चिदंबरम जी को कहना चाहता हूं कि हमारे पास सबूत है कि तीनों पाकिस्तानी थे. दो के तो पाकिस्तान के वोटर होने की बात मौजूद हैं. इनके पास जो चॉकलेट मिलीं, वो भी पाकिस्तान मेड हैं.
कांग्रेस का ब्लंडर था सिंधु जल संधि:
22 अप्रैल को पहलगाम हमला हुआ, 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक इस हमले में मारा गया. जिस दिन हमला हुआ मैं रात में ही श्रीनगर निकल गया, मोदी जी ने 23 अप्रैल को CCS की मीटिंग की. कांग्रेस का ब्लंडर था सिंधु जल संधि, हमने इसे सस्पेंड किया. पाक नागरिकों को वीजा सस्पेंड कर उन्हें भेजने का काम किया. CCS ने संकल्प लिया कि जहां आतंकी छिपे हैं, सुरक्षा बल उन्हें उचित जवाब देगी.
पाकिस्तानी DGMO के फोन पर हुआ संघर्ष विराम:
अमित शाह ने कहा कि बहुत नजदीक से की गई गोलाबारी में हमारे कुछ गुरुद्वारे और धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचा. उन्होंने कहा कि हमारे कुछ नागरिक भी हताहत हुए. उन्होंने अगले दिन भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के छह रडार सिस्टम ध्वस्त किए जाने की जानकारी दी और ध्वस्त किए गए एयरबेस के नाम भी गिनाए. अमित शाह ने कहा कि उनके रिहायशी इलाकों पर हमले के बावजूद हमने ऐसा नहीं किया. हमने उनकी हमला करने की क्षमता को पंगू कर दिया. पाकिस्तान के पास शरण में आने के अलावा कोई चारा ही नहीं था. इसलिए 10 मई को पाकिस्तान के डीजीएमओ ने हमारे डीजीएमओ को फोन किया और शाम पांच बजे हमने संघर्ष विराम किया. युद्ध करना या न करना सोच कर करना पड़ता है.