जयपुर: प्रदेश की पिछली कांग्रेस सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट सवाई मानसिंह अस्पताल के आईपीडी टावर को लेकर अगर नई सरकार मंजूरी नहीं देती है तो कुछ दिन बाद इस प्रोजेक्ट का काम बंद हो जाएगा.
राजधानी के सवाई मानसिंह अस्पताल परिसर में आईपीडी टावर प्रोजेक्ट का काम पिछली कांग्रेस सरकार के समय शुरू किया गया था. 27 मंजिला इस टावर की प्रस्तावित कुल ऊंचाई 121 मीटर से अधिक है इस लिहाज से यह देश का सबसे ऊंचा मेडिकल टावर बनेगा. जयपुर विकास प्राधिकरण इस प्रोजेक्ट की कार्यकारी एजेंसी है. 5 अप्रैल 2022 को इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया गया था तब इस प्रोजेक्ट के लिए राज्य सरकार के स्तर पर 588 करोड रुपए स्वीकृत किए गए थे. आपको सबसे पहले इस प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी देते हैं.
-प्रोजेक्ट में एक ही छत के नीचे कहीं सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी
-इस आईपीडी टावर में 1243 बेड होंगे
-20 ऑपरेशन थिएटर, 4 कैथ लैब, 100 ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर
-और विश्व स्तरीय मोर्चरी की सुविधा भी होगी
-आपात स्थिति के लिए टावर के छत पर हेलीपैड भी बनाया जाएगा
-प्रोजेक्ट का काम पूरा करने की तिथि नवंबर 2024 है
-कई कारणों के चलते प्रोजेक्ट लेटलतीफी का शिकार है
-इस नवंबर तक प्रोजेक्ट के प्रथम चरण का कार्य पूरा किया जाना था
-इस चरण में 1100 बेड की सुविधा उपलब्ध कराकर अस्पताल का संचालन शुरू किया जाना था
यह प्रोजेक्ट जेडीए, चिकित्सा विभाग और सवाई मानसिंह अस्पताल के कोऑर्डिनेशन के साथ किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट का काम शुरू हुए 1 साल 8 महीने का समय बीत चुका है. लेकिन इस दौरान इस प्रोजेक्ट में कई बदलाव किए गए हैं इसके चलते निर्मित क्षेत्रफल में काफी बढ़ोतरी हो गई है. आपको बताते हैं यह बढ़ोतरी किस तरह से हुई और इसके कारण क्यों इस प्रोजेक्ट का काम रुक सकता है?
-जब यह प्रोजेक्ट शुरू किया गया था तब इसकी लागत करीब 588 करोड रुपए थी
-इसके बाद प्रोजेक्ट में कई बदलाव किए गए
-कार्डियोलॉजी बिल्डिंग का कवरेज एरिया बढ़ाने, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट,
-वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट और अन्य सुविधाएं बेसमेंट में प्रस्तावित करने,
-सर्विस फ्लोर्स के निर्माण के कारण निर्मित एरिया में बढ़ोतरी हो गई
-इसके चलते बिल्डिंग की कुल ऊंचाई में भी बढ़ोतरी हुई
-टावर की ऊंचाई 115.50 से बढ़कर123 मीटर हो गई
-कार्डियोलॉजी बिल्डिंग और आईपीडी टावर को मिलाकर निर्मित एरिया में बढ़ोतरी हुई
-कुल निर्मित एरिया में करीब 10000 वर्ग मीटर की बढ़ोतरी हुई
-लागत बढ़ने के कारण प्रोजेक्ट के लिए स्वीकृत राशि 588 करोड़ से बढ़ाकर 665 करोड रुपए की गई
-जानकार सूत्रों के अनुसार प्रोजेक्ट में किए गए कई बदलावों के चलते स्वीकृत राशि अधिक बढ़ाई जानी थी
-लेकिन इस वर्ष जुलाई में यह बढ़ोतरी केवल 77 करोड रुपए की ही की गई
-डिजाइन में कई बदलावों के चलते अब निर्मित एरिया मैं बढ़ोतरी हो गई है
-निर्मित एरिया 75000 वर्ग मीटर से बढ़कर 92 हजार वर्ग मीटर हो चुका है
-प्रोजेक्ट में अभी 14 मंजिल तक की छत डाल गई है
-15 वीं मंजिल की छत पूरे होते ही स्वीकृत 75000 वर्ग मीटर निर्मित एरिया पूरा हो जाएगा
-निर्मित क्षेत्र में करीब 17000 वर्ग मीटर की प्रस्तावित बढ़ोतरी है
-नई सरकार की मंजूरी के बाद ही निर्मित एरिया में बढ़ोतरी हो सकेगी
-जानकारी के अनुसार निर्मित एरिया बढ़ाने पर सरकार को मंजूरी देनी होगी
-प्रोजेक्ट के लिए स्वीकृत राशि में 100 से सवा सौ करोड रुपए की और मंजूरी देनी पड़ेगी
-मंजूरी नहीं मिली तो प्रोजेक्ट का काम 15वीं मंजिल की छत डालने के बाद रुक जाएगा
राजधानी के सवाई मानसिंह अस्पताल परिसर में देश के सबसे ऊंचे मेडिकल टावर का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिलान्यास किया. देश भर में अपनी तरह के इस पहले आईपीडी टावर के साथ ही ह्रदय रोग संस्थान का भी शिलान्यास किया गया. इस मौके पर आयोजित भव्य समारोह प्रदेश की पिछली कांग्रेस सरकार के
SMS अस्पताल स्थित IPD टावर की बढ़ी लागत
588 करोड़ से बढ़कर 665 करोड रुपए हुई लागत
प्रोजेक्ट की बढ़ी लागत पर दी स्वीकृति जेडीए की परियोजना कार्य समिति ने दी स्वीकृति
77 करोड़ की बढ़ी हुई लागत पर दी स्वीकृति
कार्डियोलॉजी बिल्डिंग का कवरेज एरिया बढ़ने,
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट और अन्य सुविधाएं बेसमेंट में प्रस्तावित करने,
सर्विस फ्लोर्स के निर्माण और
इसके चलते बिल्डिंग की कुल ऊंचाई में बढ़ोतरी से बढ़ी लागत
115.50 से बढ़कर 121.60 मीटर ऊंचाई होने से बढ़ी लागत
इस बढ़ी हुई लागत को करेंगे वहन
जेडीए और आवासन मंडल अपने-अपने अनुपात में करेंगे वहन
राजधानी के सवाई मानसिंह अस्पताल परिसर में देश के सबसे ऊंचे मेडिकल टावर का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिलान्यास किया. देश भर में अपनी तरह के इस पहले आईपीडी टावर के साथ ही ह्रदय रोग संस्थान का भी शिलान्यास किया गया. इस मौके पर आयोजित भव्य समारोह.