जयपुर: आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने कहा कि मंडल में विभिन्न 258 पदों के लिए होने वाली सीधी भर्ती परीक्षा-2023 पूर्णतया निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराई जाएगी. उन्होंने भर्ती में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे परीक्षा में पास कराने के बदले रिश्वत या अनुचित मांग के झांसे में ना आएं. उन्होंने कहा कि प्रलोभन देने वाले या अनुचित मांग करने वालों के खिलाफ प्रमाण सहित निकटतम पुलिस स्टेशन में एफआरआर दर्ज कराई जा सकती है.
आयुक्त ने कहा कि राजस्थान आवासन मंडल द्वारा कम्प्यूटर ऑपरेटर (सहायक प्रोग्रामर (एल-10) के 6, डाटा एन्ट्री ऑपरेटर (सूचना सहायक) के 18, परियोजना अभियन्ता (कनिष्ठ) (सिविल) के 100, परियोजना अभियन्ता (कनिष्ठ) (विद्युत) के 11, वरिष्ठ प्रारूपकार के 4, कनिष्ठ प्रारूपकार 10, विधि सहायक (कनिष्ठ विधि अधिकारी) 9, कनिष्ठ लेखाकार के 50 और कनिष्ठ सहायक के 50 (कुल 258) अराजपत्रित पदों के लिए सेंटर फॉर डवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कम्प्यूटिंग (सी-डैक, भारत सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की स्वायत्तशासी संस्था) के माध्यम से सीधी भर्ती परीक्षा आयोजित की जा रही है. पूर्णतया ऑनलाइन होने वाली इस परीक्षा में किसी भी तरह की ओएमआर शीट का उपयोग नहीं किया जाएगा. राजस्थान आवासन मंडल निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा संपादित कराने के लिए संकल्पित और कटिबद्ध है.
9 सदस्यीय कमेटी की कड़ी निगरानी में संचालित होगी परीक्षा:
अरोड़ा ने बताया कि सीधी भर्ती परीक्षा के सुचारू और सफल संचालन के लिए मंडल सचिव सहित 9 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जो की परीक्षा से जुड़ी तमाम कार्यवाही और घटनाक्रम पर कड़ी और पैनी नजर रखेगी. उन्होंने कहा कि इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा एजेंसी भी पूरी तरह मुस्तैद और सजग रहेगी.
सेना, एयरफोर्स और अग्निवीर जैसी बड़ी परीक्षाओं के लिए जानी जाती है सी-डैक:
आवासन आयुक्त ने बताया कि सी-डैक भारत सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन एक मात्र ऐसी स्वायत्तशासी संस्था है, जो स्वयं परीक्षा सॉफ्टवेयर तैयार एवं डवलप करती है, इनका परीक्षा सॉफ्टवेयर विश्वसनीय माना जाता रहा है. विगत 7 वर्षों में सी-डैक ने भारतीय सेना, इन्डियन नेवी, कोस्ट गार्ड, अग्निवीर और तमिलनाडु पावर एनर्जी आदि में भी भर्ती करवायी है. सी-डैक द्वारा विगत 5 वर्षों में लगभग 50 परीक्षाएं आयोजित कर लगभग 70 लाख अभ्यर्थियों की परीक्षा ली गई है. संस्था द्वारा सम्पन्न करवायी गयी भर्तियों में अब तक कोई भी न्यायिक वाद दायर नहीं हुआ है.