जयपुरः लोकसभा चुनाव में मिली पराजय के बाद राजस्थान बीजेपी सधे हुए कदमों के साथ विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रही है. अब तक बीजेपी के प्रदेश के प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मदन राठौड़ तीन विधानसभा सीटों के दौरे कर चुके है. मुकम्मल रणनीति बनाने के साथ ही उपयुक्त और जिताऊ चेहरों की तलाश जारी है. गोरखपुर से आए बीजेपी के प्रभारी ने उप चुनाव क्षेत्रों में हिंदुत्व की चाशनी डाल दी है, जम्मू कश्मीर चुनावों में कांग्रेस और NC गठबंधन को मुद्दा बनाया जाएगा.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश के नए प्रभरी राधा मोहन दास अग्रवाल और बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के लिए छह विधानसभा उप चुनाव लिटमस टेस्ट की तरह है. इन छह सीटों में से केवल एक सलूंबर ही बीजेपी के पास थी अन्य सीटों दौसा,देवली उनियारा,झुंझुनूं पर कांग्रेस को जीत मिली थी..खींवसर को RLP ने जीता था और चौरासी गई थी BAP के खाते में. मतलब साफ है पांच सीटों को विरोधियों से जीतकर बीजेपी की झोली भरनी होगी. कार्य आसान नहीं है वर्तमान की जीत के लिए अतीत के हार के कारण भी जानने होंगे. इसी मकसद के मद्देनजर राधा मोहन दास अग्रवाल और मदन राठौड़ ने दौसा,टोंक और झुंझुनूं के दौरे किए और सबसे पहले अपने कुनबे की नब्ज को टटोला. छह उप चुनावों को जीतने के लिए राधा मोहन दास अग्रवाल ने झुंझुनूं में उग्र हिंदुत्व वादी भाषण देकर तेवर जता दिए. राधा मोहन दास अग्रवाल ने झुंझुनूं में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा था कि हम हिंदू हैं और हमारा मुखिया मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी सनातन संस्कृति को मानने वाला है,अब तुम्हारा मुखिया ही हिंदू नहीं है तो आप हिंदुओं के लिए कैसे सोचेंगे. उधर सीएम भजन लाल शर्मा ने शनिवार को बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में जम्मू कश्मीर चुनावों में कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन पर प्रहार किए.
उप चुनाव से पहले बीजेपी टटोल रही नब्ज --
राधा मोहन दास अग्रवाल और मदन राठौड़ के उपचुनाव क्षेत्रों में दौरे
टोंक और झुंझुनूं में जबरदस्त गुटबाजी उन्हें देखने को मिली
दौसा में किरोड़ी की माने या नहीं माने इसी में अभी उलझन
लोकसभा चुनाव की पराजय के कारणों में गुटबाजी निहित थी
इसलिए पराजित लोकसभा सीटों पर अंतर्कलह का विश्लेषण किया जा रहापता लगाया जा रहा कि यहां किन नेताओं ने भीतरघात किया था
आलाकमान तक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी
सीपी जोशी के समय तैयार की गई रिपोर्ट से भी मिलान किया जायेगा
कुछ पराजित नेताओं ने भी लिखित में विवरण ऊपर तक पहुंचाया है
अगर भीतरघात की रिपोर्ट परीक्षण के बाद सही पाई गई
तब ऐसे नेताओं को उप चुनाव में टिकट नहीं देने पर भी गंभीरता से विचार होगा
शेखावाटी ,पूर्वी राजस्थान और दक्षिणी राजस्थान से ऐसी रिपोर्ट मिल चुकी
बीजेपी छह उपचुनावों में एक ही नारा देगी डबल इंजिन की सरकार का. टीम भजन लाल शर्मा ये बताने में अभी से जुट गई है कि डबल इंजिन सरकार के कारण क्षेत्र में विकास को नए पंख लगेंगे. ERCP का लाभ दौसा और देवली उनियारा तक पहुंचेगा तो ,यमुना जल का लाभ झुंझुनूं को मिलेगा. राधा मोहन दास अग्रवाल और मदन राठौड़ की भाग दौड़ जारी है मगर जीताऊ चेहरे को खोजना आसान काम नहीं है इसके लिए ठोस इच्छा शक्ति भी दिखानी होगी. खासतौर उन विधानसभा सीटों पर जहां बीजेपी लगातार हार रही चाहे खींवसर हो,दौसा हो ,देवली उनियारा हो या झुंझुनूं. या चाहे चौरासी. सभी सीट बीजेपी के लिए कमजोर कड़ी है.