VIDEO:भाजपा ने कैंडिडेट्स तय करने के लिए की कड़ी मेहनत, पीएम मोदी की अध्यक्षता में अल सुबह 3.45 बजे तक चली बैठक

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में अल सुबह 3.45 बजे तक भाजपा चुनाव समिति बैठक की चली. बैठक में कुल 118 सीटों पर चर्चा हुई और इनमें से राजस्थान की 9 सीटों पर मंथन हुआ. आज रात तक 47 सीटों पर और मंथन होगा. इन 47 सीटों में से राजस्थान की 11 सीटों पर चर्चा हो सकती है. सूत्रों के अनुसार भरतपुर संभाग की 2 सीटों पर प्रत्याशी बदलने की खबर है और वहीं, बीकानेर और जोधपुर में कैंडिडेट्स के रिपीट होने की खबर है.

हर संसदीय क्षेत्र की मांगी रिपोर्ट:

आपको बता दें कि भाजपा ने मिशन लोकसभा चुनाव को लेकर कैंडिडेट्स तय करने के लिए कड़ी मेहनत की. PMO ने नमो एप पर जनता से सांसदों का डायरेक्ट फीडबैक लिया. नमो एप पर अपने-अपने क्षेत्र में 3 लोकप्रिय बीजेपी नेताओं के नाम पूछे गए. सासंदों से भी 2 साल के काम के बारे में रिपोर्ट मांगी गई. हर लोकसभा में जिताऊ उम्मीदवार तय करने के लिए 4 से 5 सर्वे किए गए. सर्वेक्षण करने वाली एजेंसियों से हर संसदीय क्षेत्र की रिपोर्ट मांगी गई. 

सांसदों के बारे में रिपोर्ट लेने के निर्देश:

बीजेपी अध्यक्ष के अलावा प्रोफेशनल एजेंसी से सर्वे करवाया गया. बीजेपी शासित राज्यों में हर संसदीय क्षेत्र में मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई. इन मंत्रियों से लोकसभा सीटों का दौरा कर सांसदों के बारे में रिपोर्ट लेने के निर्देश दिए है. मंत्रियों और संगठन से मिली रिपोर्ट को प्रदेशस्तर पर चुनाव समिति की बैठक में रखा गया. संगठन महासचिवों ने RSS का फीडबैक भी रखा. बैठकों में हर संसदीय सीट पर उम्मीदवारों के नामों का पैनल तैयार किया गया. केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले हर राज्य के कोर ग्रुप की बैठक हुई. 

राज्य वार उम्मीदवारों के नामों पर हुई चर्चा;

बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और संगठन महासचिव बीएल संतोष के साथ बैठक हुई. इन बैठकों में हर सीट पर संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई. CEC की बैठक से पहले प्रधानमंत्री निवास पर पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की लंबी बैठक हुई. इस बैठक में भी उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई. उसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में राज्य वार उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई. 

बीजेपी ने हर सीट के हिसाब से की रणनीति तैयार:

बीजेपी ने हर सीट के हिसाब से रणनीति तैयार की. हर सीट को जीतने के लिए सबसे बेहतरीन उम्मीदवार पर फोकस रखा. अगर कैंडिडेट दूसरी पार्टी का है तो उसे बीजेपी में लाने के लिए पूरा जोर लगाया जाएगा. इसके लिए बाकायदा हर राज्य में और केंद्रीय स्तर पर समितियां बनाई गई, जिन सांसदों का प्रदर्शन ठीक नहीं, उनका बिना किसी झिझक टिकट काट दिया जाएगा. हालांकि ज्यादा OBC सांसदों के टिकट नहीं काटे जाएंगे, क्योंकि 2019 में बीजेपी के 303 में से 85 OBC सांसद जीत कर आए थे.