जयपुर : अजमेर दरगाह को लेकर अदालत द्वारा याचिका स्वीकार करने पर अशोक गहलोत ने कहा कि 15 अगस्त 1947 से पहले बने धार्मिक स्थल के लिए कानून पारित किया गया था. जब से बीजेपी की सरकार बनी है कुछ लोग धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं.
सभी चुनाव ध्रुवीकरण से जीते जा रहे हैं. विपक्ष के विचारों का सम्मान नहीं करते हैं. RSS हिंदुओं को एकजुट करने में सक्षम नहीं है. उन्हें देश में भेदभाव दूर करने के लिए एक अभियान शुरू करना चाहिए. देश भर से आए लोग अजमेर दरगाह पर प्रार्थना करते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी भी अजमेर दरगाह पर चादर चढ़ाते हैं. उनकी पार्टी के लोग अदालतों में जाकर भ्रम फैला रहे हैं. जहां अशांति है, वहां विकास नहीं होगा. धर्म के नाम पर देश में राजनीति हो रही है. धुव्रीकरण के आधार पर चुनाव हो रहे हैं.
EVM हमेशा विवादों में रही:
वहीं अशोक गहलोत ने EVM को लेकर कहा कि EVM हमेशा विवादों में रही है. पहले भाजपा नेता बोलते थे कि पेपर से चुनाव हो. हरियाणा और महाराष्ट्र में जिस तरह का माहौल था. नतीजे उससे उलट आए. पर माहौल ऐसा नहीं था कि एकतरफा नतीजे आएं. पहले जो EVM के खिलाफ नहीं थे. वे भी अब कहने लगे हैं कि कुछ तो गड़बड़ है.
#Jaipur: अशोक गहलोत का बयान
— First India News (@1stIndiaNews) November 28, 2024
अजमेर दरगाह को लेकर अदालत द्वारा याचिका स्वीकार करने पर बयान, कहा-'15 अगस्त 1947 से पहले बने धार्मिक स्थल के लिए...#RajasthanWithFirstIndia #AshokGehlot @ashokgehlot51 @INCRajasthan @naresh_jsharma pic.twitter.com/XM8RuSqUCN