जोधपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज अपने जोधपुर प्रवास के दौरान विभिन्न सौगातें जोधपुर वासियों को दी. जिसमें सुरपुरा सफारी पार्क शामिल रहा. पर्यटन नगरी के रूप में विकसित जोधपुर में अपनी तरह का अनूठा पार्क अब तैयार है. पार्क में सारे वेस्ट प्रोडक्ट और कबाड़ का उपयोग ही किया गया है. सुरपुरा बांध के पास बना यह पार्क राजस्थान का पहला वेस्ट टू वंडर पार्क है. इसे दिल्ली और चंडीगढ़ के वेस्ट टू वंडर पार्क की तर्ज पर बनाया गया है. पार्क में लगने वाले सभी स्कल्पचर कबाड़ से बनाए गए है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधिवत रूप से इस पार्क का लोकार्पण किया. जेडीए उपनिदेशक श्रवण कुमार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 11 हजार पट्टे जारी करने पर सम्मानित भी किया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को अपनी एक दिवसीय जोधपुर यात्रा के दौरान सुरपुरा सफारी पार्क का रिबन काटकर तथा पट्टिका अनावरण कर लोकार्पण किया और इसके उपरान्त उन्होंने पार्क के विभिन्न हिस्सों का अवलोकन किया तथा इससे संबंधित कार्यों का निरीक्षण किया. गहलोत ने समूचे पार्क का भ्रमण करते हुए सभी स्थलों को देखा तथा इनके बारे में जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता तथा संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने सामान्य नागरिक की तरह टिकट खिड़की पर 10 रुपए देकर टिकट खरीदा और पार्क का अवलोकन किया. यहां आकर्षक तौर पर स्टेप गार्डन भी बनाया गया है. जोधपुर में बने वेस्ट टू वंडर पार्क में 10 टन लोहे का उपयोग किया गया है. इससे 36 अलग-अलग प्रकार की आकृतियां बनाई गई है. यहां कबाड़ के ऊंट, शेर, डायनासोर बनाए गए है. यह शहरवासियों के साथ विदेशी पर्यटकों के लिए अनूठा टूरिज्म डेस्टिनेशन होगा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संबोधित करते हुए कहा कि मुझे सुरपुरा सफारी पार्क का विकास देखकर खुशी हुई है. सभी प्रशासन और जेडीए की टीम को सीएम ने बधाई दी. पानी की पुरानी समस्या का जिक्र करने के साथ सुरपुरा प्रोजेक्ट की गहलोत ने साराहना की. गहलोत ने कहा कि वेस्ट टू बेस्ट और वंडर सफारी पार्क अब पिकनिक स्पॉट बन गया है. 35 साल पहले मैने ही पर्यटन को इंडस्ट्रीज में शामिल करने की मांग की थी. अब मुझे मौका मिलने पर यह पहल भी करने का मुझे मौका मिला है. कोटा रिवर फ्रंट व अन्य प्रोजेक्ट की सीएम अशोक गहलोत ने तारीफ की. आईटी और मोबाइल क्रांति का गहलोत ने जिक्र करते हुए कहा कि आप सभी ने अपने आर्शीवाद से मुझे आगे बढाया है. जोधपुर के लिए कोहई कसर नही छोडी.
जोधपुर देश का पहला ऐसा जिला जहां राष्ट्रीय स्तर के शैक्षिक संस्थान उपलब्ध है. एनएलयू,आयुर्वेद,कृषि,फिंटेक यूनिवर्सिटी और भी विभिन्न संस्थाएं जोधपुर में लाए है. मिशन 2030 को लेकर ढाई करोड लोगो के सुझाव लेकर आए है. आने वाली पीढियां इसको लेकर याद करेंगी. दोनो पैरो में हुए फैक्चर को लेकर गहलोत ने कहा कि डॉक्टरों को भी ताजुब हो रहा है. तकलीफ भी हुई जिसके चलते दौरे कम हुए. भाजपा पर जाति धर्म के नाम पर बिना नाम लिए हमला भी बोला. ईडी,सीबीआई जांच का डर बताकर अलग तरह का माहौल बनाया है. पीएम साल में आज 7वीं बार बोखलाहट के कारण आए है. कई राज्यों के सीएम और केन्द्रीय मंत्रियों के आने का सिलसिला भी जारी है.
कोरोना प्रबंधन का जिक्र करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से प्रबंधन किया. हर वर्ग का ध्यान रखा गया. जनता का मूड देखकर लगता था कि सरकार आ सकती है. मगर माहौल देखकर लग रहा है कि सरकार आ गई है. हमारा गुड गवर्नेस और योजनाओं का आमजन को लाभ मिला है. पूरा राजस्थान प्रदेश आजादी के बाद विभिन्न योजनाओं के कारण देश भर में चर्चा में है. विभिन्न कानून पास करने के साथ्ज्ञ जनता को लाभ पहुंचाया. जोधपुर की जनता से वादा किया था कभी भी जोधपुर का नाम नीचे नही होने दूंगा. जो वादा किया था आज भी उसी वादे पर कायम हूं.
सूरपुरा बांध पिछले 2 साल में नए टूरिज्म स्पॉट के रूप में उभरा है. इस बांध पर बोटिंग भी शुरू की गई है. यहां कई वाटर स्पोर्ट्स भी शुरू करवाए जा रहे हैं. साथ ही जेडीए ने पास पड़ी हुई जमीन पर सुरपुरा सफारी पार्क बनाया है. ये दोनों ही स्थान नए टूरिज्म स्पॉट के लिए तैयार होंगे. इस पार्क के सिविल वर्क, हार्टीकल्चर वर्क, स्कप्लचर एंड आर्ट वर्क तथा इलेक्टिक वर्क के साथ ही इसे पूरा डवलप करने में करीब 18 करोड़ रुपए की लागत आई है. पार्क में आमजन के लिए प्रवेश शुल्क रखा जाएगा. इसे आकर्षक लुक देने के लिए कई हट भी बनाए गए हैं. वहीं इस दौरान राज्य पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेंद्र सोलंकी,बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल,एमएलए मनीषा पंवार, पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ आईजी जयनारायण शेर,जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता, पीएचईडी चीफ इंजीनियर नीरज माथुर व पीसीसी सचिव श्रवण पटेल मौजूद रहे.